MCLR Rate Hike: घर और कार लेना हुआ और महंगा, इस बैंक ने ग्राहकों झटका देते हुए महंगे कर दिए कर्ज

MCLR Rate Hike: रातोंरात एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.25% कर दिया है। एक महीने के लिए रेट बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दिया गया है। तीन महीने की अवधि के लिए MCLR 8.65% और छह महीने की अवधि के लिए 8.85% पर निर्धारित है।

Update:2023-03-16 18:11 IST

MCLR Rate Hike: देश में महंगाई के बीच उन लोगों को बड़ा झटका मिला है, जो अपने सपनों के घर का निर्माण के बारे में सोच रहे हैं। महंगाई के थामने के लिए केंद्रीय बैंक लगातार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर रहा है। बीते फरवरी 2023 में केंद्रीय बैंक ने छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी और आगे भी वृद्धि होने की आशंका व्यक्त किया था। केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक के इस कदम से लगातार ऋणदाता बैंक अपने कर्ज ब्याज दरों में वृद्धि कर रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों को होम, कार और पर्सनल लोन लेना काफी महंगा हो गया है। इस साथ ही, लोन पर चल रही ईएमआई भी महंगी हो गई हैं। निजी त्रणदाता बैंक कोटक महिंद्रा बैंक अपने ग्राहकों को झटका देते हुए कर्ज ब्याज दरों में वृद्धि कर दी है। बढ़ी हुई कर्ज की नई ब्याज दरें भी आज से ही लागू कर दी हैं।

नई दरें आज से लागू

कोटक महिंद्रा बैंक के आधिकारिक वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, बैंक ने 16 मार्च, 2023 गुरुवार को अपने कर्ज ब्याज दरों में 5 आधार अंकों की वृद्धि की है। वहीं, फंड आधारित उधार दरों की संशोधित सीमांत लागत (के-एमसीएलआर) आज, 16 मार्च से प्रभावी होगी।

ओवरनाइट MCLR बढ़कर हुआ 8.25 फीसदी

बैंक के मुताबिक, रातोंरात एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.25% कर दिया है। एक महीने के लिए रेट बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दिया गया है। तीन महीने की अवधि के लिए MCLR 8.65% और छह महीने की अवधि के लिए 8.85% पर निर्धारित है। बैंक ने एक, दो और तीन साल वाले लोन की ब्याज दरों को क्रमश:9.05%, 9.10% और 9.25% की दर निर्धारित की है।

MCLR की बढ़ी हुई नई दरें

ओवरनाइट - 8.25%

एक माह -8.50%

तीन माह -8.65%

छह माह -8.85%

एक वर्ष -9.05%

क्या होता है एमसीएलआर ?

आपको बता दें कि उधार दर की सीमांत लागत वह न्यूनतम दर है जिस पर बैंक को ग्राहकों को धन उधार देने की अनुमति है। वित्तीय संस्थान को उस दर से नीचे धन उधार देने की अनुमति नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा स्थापित एमसीएलआर प्रणाली विभिन्न प्रकार के ऋणों में उधार दरों पर न्यूनतम सीमा प्रदान करती है।

इंडिया रेटिंग्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों की निधियों की सीमांत लागत में तीव्र वृद्धि को देखते हुए प्रणाली-व्यापी उधार दरें अगले वित्त वर्ष में 100-150 बीपीएस तक बढ़ने के लिए तैयार हैं।

कई और बैंक भी महंगे कर दिये कर्ज

ऐसा नहीं है कि अभी तक केवल कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने कर्ज ब्याज दरों यानी MCLR में बढ़ोतरी की है। इससे पहले देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई के अलावा कई सरकारी और निजी बैंक अपने कर्ज ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुके हैं।

फरवरी में बढ़ा था रेपो रेट

बता दें कि देश में बढ़ती महंगाई का हवाला देते हुए केंद्रीय बैंक ने 8 फरवरी, 2023 को रेपो रेट में छठी बार बढ़ोतरी की थी। तब केंद्रीय बैंक ने 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के बाद अब देश में रेपो रेट 6.50 फीसदी हो गया है। मई 2022 से लेकर 8 फरवरी, 2023 के अंतराल में आरबीआई ने कुल 2.50 फीसदी तक रेपो रेट में बढ़ोतरी कर चुका है।

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