NIFTY 50 index: ऑल टाइम हाई के बाद निफ्टी गिरकर तोड़ा 27 साल का रिकॉर्ड, जानें कितने फीसदी लुढ़का निफ्टी
NIFTY 50 index: इस साल सूचकांक ने 1 दिसंबर को बनाए गए 18,888 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से 1,000 अंक से अधिक सुधार किया था। साल 1994 के बाद ऐसे दो ही मौके आये हैं, जबकि निफ्टी 1 फीसदी से अधिक गिरा।
NIFTY 50 Index: 2022 में पूरे साल भारतीय शेयर बाजार के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला। बाजार में यह उथल पुथल रुस-यूक्रेन के युद्ध की वजह से देश की बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत दरों में बढ़ोतरी करने की वजह से आई। इस बीच, भारतीय शेयर बाजार के लिए दिसंबर का महीना ऐसा रहा, जब बाजार के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी अपने इतिहास के उच्चतम स्तर तक पहुंच गए। ऐसे लगने लगा कि सेंसेक्स इसी साल 63 हजार का आंकड़ा और निफ्टी 19 हजार का आंकड़ा छू लेगा। हालांकि इस साल आखिरी महीने के दिनों में बाजार में आई गिरावट ने भी रिकॉर्ड बना दिया है। यह रिकॉर्ड बाजार के निफ्टी इंडेक्स ने बनाया।
27 सालों में निफ्टी दो बार सबसे अधिक टूटा
बीते कारोबार सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को एनएसई के 50 शेयरों वाले निफ्टी इंडेक्स में तगड़ी गिरावट दर्ज हुई थी। इस दौरान निफ्टी 5 फीसदी तक टूटा था। निफ्टी में यह गिरावट 27 साल बाद आई। इससे पहले निफ्टी साल 1994 में 5.1 फीसदी तक टूटा था। उसके बाद साल 2022 के दिसंबर महीने में 5 फीसदी टूटा था।
इस साल बनाया था बाजार ने उच्चतम स्तर का रिकॉर्ड
हालांकि इस साल सूचकांक ने 1 दिसंबर को बनाए गए 18,888 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से 1,000 अंक से अधिक सुधार किया था। साल 1994 के बाद ऐसे दो ही मौके आये हैं, जबकि निफ्टी 1 फीसदी से अधिक गिरा। साल 2011 में निफ्टी 4.3 फीसदी तक टूटा था, जबकि 2014 में निफ्टी 3.6 प्रतिशत गिर गया था। इस गिरावट पर निफ्टी के 50 शेयरों में से केवल दो ही शेयर बढ़त रहे हैं। बाकी शेष 48 शेयरों ने गिरावट पर ही कारोबार किया। दिसंबर महीने में अब तक Divi's Laboratories और Axis Bank ही उछाल पर रहे। इस दौरान Divi में बीते कारोबारी सत्र गुरुवार और शुक्रवार को 2.7 फीसदी की बढ़त आई। वहीं, 48 गिरावट पर कारोबार करने वाले शेयरों मे से 10 शेयरों में तो 8-10 प्रतिशत तक गिरावट देखने को मिली।
गिरावट पर बाजार विशेषज्ञों का मत
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार को उम्मीद है कि निकट भविष्य में एफपीआई सतर्क हो जाएंगे। उनके मुताबिक, अमेरिका में मैक्रो डेटा और कोविड से जुड़ी खबरें बाजार में एफपीआई के प्रवाह को बढ़ावा देंगी।
मार्केट एक्सपर्ट प्रकाश दीवान का मानना है कि वैल्यूएशन के नजरिए से करेक्शन मार्केट को हेल्दी जोन की तरफ ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जनवरी के दूसरे हफ्ते में कमाई के मामले में चीजें सामने आने लगती हैं। बाजार में कुछ अन्य ट्रिगर भी देखने को मिलेंगे। मेरी समझ से आपको बस इस एक सप्ताह के लिए इंतजार करना होगा, जो बेहद महत्वपूर्ण और अस्थिर होने जा रहा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चंदन तपारिया ने निफ्टी 50 इंडेक्स में और अधिक गिरावट की आंशका जताई है। उन्हें उम्मीद है कि निफ्टी गिरकर 17,500 के स्तर पर आ जाएगा।