टैक्स पर बड़ी खबर: वित्त मंत्री ने दिये ये संकेत, अर्थव्यवस्था पर कही ये बात
अर्थव्यवस्था में सुधार के उपायों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि इस मसले पर काम जारी है। एसके साथ ही उन्होंने कहा कि आयकर में कटौती का विचार भी इनमें शामिल है।
नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था में सुधार के उपायों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि इस मसले पर काम जारी है। एसके साथ ही उन्होंने कहा कि आयकर में कटौती का विचार भी इनमें शामिल है।
प्रेसवार्ता में सीतारमण से पूछा गया कि कब तक राहत मिल सकती है, या अर्थव्यवस्था में सुधार कब तक होगा, इस प्रश्न का जवाव देते हुए उन्होंने कहा कि इसके निश्चित जवाब के लिए बजट तक इंतजार करें। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि केन्द्र की मोदी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फरवरी में बजट पेश करेगी।
जीडीपी ग्रोथ, 6 साल में सबसे कम...
एचटी लीडरशिप समिट में वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए अगस्त और सितंबर में भी कई कदम उठाए थे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी बैंकों ने पिछले 2 महीने में 5 लाख करोड़ रुपए के कर्ज बांटे ताकि देश के दूरवर्ती इलाकों में खपत बढ़ सके। हम खपत बढ़ाने के लिए सीधे उपाय कर रहे हैं। ऐसा तरीका अपना रहे हैं जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़े और उसका फायदा प्रमुख उद्योगों से जुड़े लोगों तक पहुंच सके।
जीडीपी ग्रोथ जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.5% रह गई। यह पिछले 6 साल में सबसे कम है। अप्रैल-जून में ग्रोथ 5% थी।
आर्थिक विकास दर को रफ्तार देने के लिए सरकार ने पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार से मुनाफे पर सरचार्ज बढ़ोतरी का फैसला वापस लेने, कॉर्पोरेट टैक्स घटाने और बैंकों के मर्जर समेत कई फैसले लिए।
जीएसटी...
जीएसटी के मुद्दे पर वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी काउंसिल इसका स्ट्रक्चर तय करेगी। यह सवाल इसलिए उठा क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जीएसटी के सबसे निचले स्लैब की दर 5% से ज्यादा करने का विचार चल रहा है।कई ऐसे उत्पाद जिन पर अभी जीएसटी नहीं लगता उन्हें इसके दायरे में लाया जा सकता है।