Petrol Diesel Prices Dicrease: राहत के दिन आयो रे! 10 रुपये तक सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल, PM मोदी कभी भी कर सकते ऐलान
Petrol Diesel Prices Dicrease: केंद्र सरकार नए साल या फिर उससे पहले 29 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर के बीच पेट्रोल डीजल के दाम में बड़ी गिरावट कर सकती है।
Petrol Diesel Prices Dicrease: पेट्रोल डीजल भाव में गिरावट का इंतजार करती लोगों की थकीं आंखों में अब जल्दी ही राहत का सुकून दिखाई देने वाला है। ये आखें पिछले डेढ़ साल से पेट्रोल डीजल के दाम में गिरावट का इंतजार कर रही थीं, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने लोगों को राहत नहीं दीं। अब लगता है कि जल्दी ही देशवासियों को पेट्रोल डीजल के भाव में गिरावट से और राहत मिलने वाली है। इससे पहले केंद्र सरकार ने बीते मई, 2022 में पेट्रोल डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद कर) कम कर लोगों को राहत दी थी, लेकिन उसके बाद देश में राष्ट्रीय स्तर पर ईंधन के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान कुछ राज्यों में वैट की वजह से पेट्रोल डीजल के भाव जरूर बदले।
दाम गिरने के बाद इतने पर आ जाएगा पेट्रोल
पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार नए साल या फिर उससे पहले 29 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर के बीच पेट्रोल डीजल के दाम में बड़ी गिरावट कर सकती है। सरकार पेट्रोल डीजल के दाम में गिरावट 8 से 10 रुपये प्रति लीटर कर सकती है। अभी दिल्ली में पेट्रोल का भाव 96.72 रुपये पर चल रहा है। अगर इसमें 10 रुपये की गिरावट करती है तो इसको रेट 86.72 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। कुछ यही भाव यूपी के शहरों में भी हो जाएगा।
दम कटौती का प्रस्ताव तैयार, बस पीएम की मंजूरी
दरअसल, देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। केंद्र की मोदी सरकार इस चुनाव को देखते हुए जनता को लुभाने के लिए पेट्रोल डीजल के भाव में कटौती कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोल-डीजल पर 8 रुपए प्रति लीटर तक भाव कम हो सकते हैं. इसका ऐलान कैलेंडर वर्ष खत्म होने से पहले किया जा सकता है। पेट्रोल डीजल में 8-10 रुपये प्रति लीटर की कटौती का प्रस्ताव पेट्रोलियम मंत्रालय ने तैयार कर लिया है। बस इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोहर लगाना बाकी है। जल्दी कटौती का ऐलान किया जा सकता है।
दाम में घटाने पर मंत्रालय ने दिया ये तर्क
दाम में गिरावट को लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय ने तर्क दिया कि आयात किये गए कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के दौरान अब तक कच्चे तेल की कीमतें औसतन 77.14 डॉलर प्रति बैरल थीं। इस दौरान केवल दो महीनों में इसकी कीमत 90 डॉलर प्रति बैरल पार थी। सितंबर में ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल का भाव $93.54 और अक्टूबर में $90.08 प्रति बैरल पर था। इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 में कच्चे तेल की औसत कीमत 93.15 डॉलर प्रति बैरल रिकॉर्ड की गई। इस चालू वित्त वर्ष में कच्चे तेल की कम कीमतों से तीन सरकारी तेल विपणन कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्प, भारत पेट्रोलियम कॉर्प और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन को बड़ा मुनाफा हुआ है। इस वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में इन तीन कंपनियों ने संयुक्त रूप से 58,198 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है।
मई, 2022 में हुई इतनी कटौती
बता दें कि देश में तेल की खुदरा कीमतों में बीते एक साल से अधिक समय में कोई बदलाव नहीं हुआ है। साल 2022, मई में केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दाम में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 6 रुपये प्रति लीटर उत्पाद कर में कटौती की थी, जिसके बाद से नई दिल्ली में पेट्रोल का भाव 96.72 रुपये लीटर और डीजल का भाव 89.62 रुपये लीटर हो गया था। तब से राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल डीजल के भाव ऐसी ही बने हुए हैं। इससे पहले बीते जून महीने में भी ऐसी संभावनाएं लगाई जा रही थीं, सरकार पेट्रोल डीजल के दाम में कटौती कर सकती है. लेकिन ये संभावनाएं मात्र संभावनाएं ही रह गईं।