Crude Oil Price: पेट्रोल-डीजल जल्द होगा सस्ता! कच्चे तेल की कीमतें 6 महीने के सबसे निचले स्तर पर
Crude Oil Price: ट्रेडिंग सेशन के दौरान बुधवार को ब्रेंट क्रूड प्राइस गिरकर 92 डॉलर के नीचे जा पहुंचा। पिछले दो महीने में कच्चे तेल के भाव में 30% तो एक महीने में 18 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।
Crude Oil Price : कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices) में गिरावट का सिलसिला जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में बुधवार को कच्चा तेल अपने 6 महीनों के सबसे निचले स्तर पर आ गया। जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
आपको बता दें कि, इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दामों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बुधवार को ट्रेडिंग सेशन में कच्चे तेल के दाम बीते छह महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। क्रूड ऑयल की कीमतें 92 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे जा पहुंची है। बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है।
92 डॉलर से भी नीचे पहुंचा
ट्रेडिंग सेशन के दौरान बुधवार को ब्रेंट क्रूड प्राइस (Brent Crude Price) गिरकर 92 डॉलर के नीचे जा पहुंचा। आपको बता दें, कि पिछले दो महीने में कच्चे तेल के भाव में 30 प्रतिशत तो एक महीने में 18 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस गिरावट से भारत को आने वाले दिनों में बड़ी राहत मिल सकती है। क्योंकि, भारत अपनी कुल खपत का 80 प्रतिशत तेल आयात करता है।
120 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंची थी कीमत
पिछले 6 महीने की बात करें तो एक समय ऐसा भी आया था जब क्रूड ऑयल की कीमत 120 डॉलर के स्तर को छू गया था। हालांकि, बीते कुछ समय में इसमें गिरावट देखी जा रही है। बुधवार को इसमें तेज गिरावट आई। जिससे यह अपने 6 महीनों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। कीमतें 92 डॉलर प्रति बैरल स्तर के करीब बनी हुई है।
मूडीज ने की भविष्यवाणी
मूडीज एनालिटिक्स (Moody's Analytics) ने इस बात की भविष्यवाणी की है, कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आ सकती है। अपनी रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि, कच्चे तेल के भाव 70 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकते हैं। इससे पहले सिटीग्रुप ने भी कच्चे तेल के दामों में बड़ी गिरावट की बात कही थी। सिटीग्रुप के अनुसार साल 2022 के अंत तक कच्चे तेल के दाम गिरकर 65 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। वहीं, अगले साल यानी 2023 के अंत तक दाम घटकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक भी पहुंच सकता है।
भारत के लिए अच्छी खबर
आने वाले समय में जो भी हो, फिलहाल कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भारत के लिए अच्छी खबर होगी। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी से कई कंपनियों की लागत में गिरावट देखने को मिलेगी। कच्चे तेल के भाव में गिरावट से रुपए भी मजबूत होगा।