Success Story: कैसे खड़ा कर दिया करोड़ों का नर्सरी कारोबार? विदेश के लाखों का पैकेज छोड़ शुरू किया था व्यापार

Business Success Story: भाऊसाहेब नवले ने एक नई कंपनी शुरू करने के लिए लिए अपनी आकर्षक नौकरी छोड़ी, जिसमें वह प्रति माह 2.5 लाख रुपये (सालाना 30 लाख रुपये) कमाते थे।

Written By :  Viren Singh
Update:2023-11-06 10:15 IST

Business Success Story (सोशल मीडिया)  

Business Success Story:  बहुत से लोग अंतत सेवानिवृत्ति का आनंद लेने के लिए अपने पूरे करियर में कड़ी मेहनत करते हैं और बाद में इसका आंदन लेते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो सेवानिवृत्ति की उम्र में आते आते और बड़ा करने का ठान लेते हैं। यही लोग समाज के लिए मिशाल होते हैं। यह कहानी भाऊसाहेब नवले की है जिनकी आयु रिटायरमेंट की करीब थी और वह अच्छी नौकरी कर रहे थे। इस नौकरी से वह सालाना 30 लाख रुपये कमा कर रहे हैं, लेकिन जीवन इससे भी बड़ा कुछ करने का सपना पाले हुए नवले ने बड़ी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी और कारोबार की दुनिया में कदम रख दिया है।

कौन हैं भाऊसाहेब नवले?

महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले भाऊसाहेब नवले विदेश में एक बड़ी कंपनी में बड़ी सैलरी पर काम कर रहे थे। नेवले सेवानिवृत्ति की योजना बनाने के बजाय 50 वर्ष की आयु में उद्यमशीलता का रास्ता चुना। वह नौकरी से प्रति माह 2.5 लाख रुपये कमा रहे थे, लेकिन जीवन और बड़ा करने की चाह में नवले ने अच्छी खासी नौकरी छोड़कर खुद की नर्सरी कंपनी की स्थापना की। भाऊसाहेब ने COVID-19 महामारी के दौरान अपने पद से इस्तीफा देने का इरादा किया था। यह समय ऐसा था, जब लोगों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था, तब भाऊसाहेब ने ऐसा कदम उठाया।

30 लाख सालाना की छोड़ी नौकरी

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भाऊसाहेब नवले ने एक नई कंपनी शुरू करने के लिए लिए अपनी आकर्षक नौकरी छोड़ी, जिसमें वह प्रति माह 2.5 लाख रुपये (सालाना 30 लाख रुपये) कमाते थे। तब उन्हें यह कारोबार जोखिम भरा लग रहा था। आज नवले इसी कारोबार में करोड़ों रुपये कमा रहे हैं और सालाना इसकी कंपनी के करोड़ों रुपए का टर्नओवर कर रहे हैं।

मावला में खोली ग्रीन एंड ब्लूम्स नर्सरी

नर्सरी व्यवसाय स्थापित करने के लिए भारत लौटने से पहले भाऊसाहेब नवले विदेश में काम कर रह थे। भारत आते ही उन्होंने महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तालुका में ग्रीन एंड ब्लूम्स नर्सरी की स्थापना की। कृषि भाऊसाहेब नवले ने बी.एससी. ऐसे समय में जब कई लोगों को काम ढूंढने में परेशानी हो रही थी, भाऊसाहेब ने अवसर पैदा करने के लिए एक इनडोर पॉट प्लांट नर्सरी खोली।

नर्सरी में उगाते हैं 100 से अधिक पौधे

मूल रूप से 27 इकाइयों से संचालित भाऊसाहेब नवले का व्यवसाय अब एक एकड़ में फैला है और पूरे देश में कारोबार कर रहे हैं। उनकी इस नर्सरी में सौ विभिन्न प्रकार के पौधे उगाए जाते हैं। इस नर्सरी वह देश की 300 बड़ी और छोटी नर्सरियों को अपने पौधे बेचते हैं।

गुलाब उगाने का है 10 साल का अनुभव

भाऊसाहेब के पास नर्सरी कारोबार के अलावा इथियोपिया में पॉलीहाउस में गुलाब उगाने का दस साल का अनुभव है। उन्हें यहां 1995 से 2020 तक प्रति माह 2.5 लाख रुपये का वेतन मिला और इस दौरान उन्हें सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध थीं। उन्होंने यहां करीब 25 साल तक काम किया। इसके बाद वह अपने मूल देश वापस लौट आए और एक नर्सरी की स्थापना कर दी।

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