बैंकिंग सर्विस रोक के बाद अब आरबीआई का पेटीएम पर एक और एक्शन, ग्राहक पैसों को लेकर उठाएं ये कदम
Paytm Bank Licence Cancel: आरबीआई 29 फरवरी, 2024 के बाद कभी भी पेटीएम बैंकिंग सर्विस का लाइसेंस रद्द कर सकता है। लाइसेंस कैंसिल होते ही कोई भी ग्राहक इसके बैंकिंग में नई रकम तो नहीं जमा कर पाएगा, लेकिन जमा रकम जरुर निकाल सकेगा।
Paytm Bank Licence Cancel: एक समय था, जब पेटीएम भारत में एलआईसी से पहले भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लाकर खूब सुर्खियों में था। आईपीओ लॉन्च के बाद से ही पेटीएम की हालात दिन पर दिन खराब होने लगी। छूट पर लिस्ट होने के बाद कभी भी शेयर इश्यू प्राइस पर नहीं पहुंच पाए। तब से पेटीएम की हालात खराब बनी हुई है, अब नौबत यहां तक आ गई है कि उसे अपनी एक सर्विस को बंद करना पड़ा सकता है।
दरअसल, आरबीआई द्वारा पेटीएम के बैंकिंग सर्विस पर रोक लगाने के बाद अब चर्चा ये है कंपनी के पेटीएम पेमेंट्स बैंक अपना ऑपरेटिंग लाइसेंस भी खो सकती है। ऐसी संभावनाएं लगाई जारी रही हैं कि मार्च की शुरुआत दिनों में पेटीएम पेमेंट्स बैंक(Paytm Payments Bank) का ऑपरेटिंग लाइसेंस भी आरबीआई रद्द कर सकता है।अगर ऐसा हुआ तो सीधे शब्दों में कहें तो ग्राहक पेटीएम बैंकिंग सर्विस का लाभ नहीं ले पाएंगे, मतलब कंपनी पेटीएम बैंकिंग सर्विस को संचालित नहीं कर पाएगा। ऐसे में सवाल ये है कि अगर पेटीएम बैंकिग सर्विस बंद हो जाती है तो उन पैसों का क्या होगा, जो पेटीएम बैंकिग में ग्राहके पड़े हैं?
अब ग्राहक को उठाना चाहिए ये कदम
एक मीडिया रिपोर्ट के माने तों आरबीआई 29 फरवरी, 2024 के बाद कभी भी पेटीएम बैंकिंग सर्विस का लाइसेंस रद्द कर सकता है। लाइसेंस कैंसिल होते ही कोई भी ग्राहक इसके बैंकिंग में नई रकम तो नहीं जमा कर पाएगा, लेकिन जमा रकम जरुर निकाल सकेगा। हालांकि अभी इस निर्णय पर कोई आखिरी फैसला नहीं किया गया है। पेटीएम के प्रतिनिधित्व के आधार पर आरबीआई बैंकिंग सर्विस लाइसेंस कैंसिल फैसला को बदल भी सकता है।
जानिए क्यों हुआ बंद करने फैसला?
आरबीआई ने आदेश दिया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक से जुड़े गतिविधियों को 29 फरवरी के बाद बंद कर दिया जाएगा। आरबीआई ने कहा कि यूजर्स पेटीएम वॉलेट और पेटीएम बैंकिंग में पैसा न जमा करें। हालांकि यूजर्स अपने जमा पैसे को निकाल सकते हैं। दरअसल, बुधवार को आरबीआई ने पेटीएम के मोबाइल वॉलेट बिजनेस के साथ साथ अन्य गतिविधियों को बंद करने का आदेश दिया था। यह आदेश नियमों को पालन नहीं करने पर जारी किया था। आरबीआई द्वारा तय नियमों का पालन नहीं करने पर केंद्रीय बैंक ने पहले पेटीएम को कई बार चेतावनी जारी की। पेटीएम बैंक लंबे समय से बिना ग्राहकों की उचित जानकारी दस्वावेज के जोड़ा रहा था और तय सीम से अधिक पैसों की लेनदेन की जारी थी, जिसके बाद केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया।
2021 में कंपनी ने मचाई थी बड़ी धूम
आरीबाई द्वारा एक्शन लिए जाने के बाद पेटीएम के शेयरों को तगड़ा नुकसान हुआ है। दो ही दिन में कंपनी के शेय 36 फीसदी से अधिक टूट चुके हैं। लगातार दो दिन कंपनी शेयर ने लो सर्किट मारा है और 500 रुपये से नीचे पहुंच गए हैं। 2021 में कंपनी ने आईपीओ लॉन्च कर खूब चर्चा बटोरी थी। एलआईसी के आईपीओ से पहले यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ था। इसका आईपीओ प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये प्रति शेयर तय किया था, लेकिन लिस्टिंग के दिन निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा। कंपनी की एनएसई में लिस्टिंग 9 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1955 रुपये पर हुई थी। लिस्टिंग के दिन ही कंपनी के शेयर 27 फीसदी गिरावट के साथ 1564 रुपये पर आ गए थे। तब से आज तक इसके शेयर 70 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। वहीं पिछले दो दिनों के दौरान पेटीएम के शेयर 40 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। इस वजह से इसके मार्केट कैप में 2 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है।