सरकार को झटका, 5 साल के उच्चतम स्तर पर खुदरा महंगाई

महंगाई पर लगाम लगाने में सरकार फेल होती दिखाई दे रही है, क्योंकि दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 प्रतिशत पर हो गई है। जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 प्रतिशत थी। एक महीने में महंगाई दर में 1.81 प्रतिशत का भारी उछाल आया है।

Update:2020-01-14 15:18 IST

नई दिल्ली: महंगाई पर लगाम लगाने में सरकार फेल होती दिखाई दे रही है, क्योंकि दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 प्रतिशत पर हो गई है। जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 प्रतिशत थी। एक महीने में महंगाई दर में 1.81 प्रतिशत का भारी उछाल आया है। यह पांच साल में अधिक सबसे ऊंचे स्तर पर है।

इससे पहले जुलाई 2014 में खुदरा महंगाई दर 7.39 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2018 में यह 2.11 प्रतिशत पर थी। साल-दर-साल आधारित महंगाई दर में करीब 5.24 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

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जुलाई 2016 के बाद दिसंबर 2019 पहला महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक के अपर लिमिट (2-6 फीसदी) को पार कर गया है। अक्टूबर महीने में महंगाई दर 4.62 प्रतिशत थी जो नवंबर महीने में बढ़कर 5.54 फीसदी पर पहुंच गई थी।

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पिछले कुछ महीने से प्याज की कीमत आसमान छू रही है। दिसंबर महीने में कई सप्ताह तक प्याज 150 रुपये किलो तक बिक रहा था। अभी भी प्याज का मार्केट रेट 60 रुपये किलो के करीब है। महंगाई दर में तेजी के पीछे महंगा प्याज भी एक बड़ा कारक माना जा रहा है।

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डेटा के अनुसार, फूंड इंफ्लेशन दिसंबर महीने में बढ़कर 14.12 फीसदी पर पहुंच गई। नवंबर महीने में यह 10.01 फीसदी पर थी। केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक से महंगाई दर 4 फीसदी रखने को कहा है साथ ही 2 फीसदी ज्यादा और कम मार्जिन है, यानी उच्च स्तर 6 फीसदी और निम्न स्तर 2 फीसदी तक होना चाहिए।

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