Share Market Crash: शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट ने निवेशकों को लगाई बड़ी चपत, दो दिन में डूबे 10 लाख करोड़ रुपये

Share Market Crash: बीते दो दिनों से भारतीय शेयर बाजार लगातर गोते मार रहा है। जिससे निवेशकों को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 1,747.08 अंक गिरकर 56,405.08 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी में भी 531.95 अंक की गिरावट दर्ज की गई।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2022-02-14 16:17 GMT

Share Market। 

Share Market Crash: बीते दो दिनों से भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) लगातर गोते मार रहा है। जिससे निवेशकों को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 1,747.08 अंक गिरकर 56,405.08 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी में भी 531.95 अंक की गिरावट दर्ज की गई। 531.95 अंक गिरकर निफ्टी 16,842.80 अंक पर बंद हुआ। घरेलू शेयर मार्केट (Indian Share Market) में इसे करीब सालभर में सबसे बड़े गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इसे पहले 26 फरवरी 2021 को बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। उस दौरान सेंसेक्स में जहां 1940 अंक तो वहीं निफ्टी में 568 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले दो सत्र में हुई भयंकर बिकवाली ने निवेशकों के 12.43 लाख करोड़ रुपये डूबा दिए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीएसई का Combined Market Cap गुरूवार को जहां 267.81 लाख करोड़ रुपये था, जो सोमवार को लुढ़ककर 255.38 लाथ करोड़ रूपए पर आ गया।

इन वजहों को गिरावट के पीछे माना जा रहा जिम्मेदार

शेयर बाजार में बीते दो दिनों में आई भारी गिरावट के पीछे आर्थिक जानकार तीन कारणों को अहम बता रहे हैं।

  • रूस – यूक्रेन संकट. रूस – यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहा सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप ले चुका है। दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढता जा रहा है। जिस वजह से यूरोप के आसमान में यूध्द के बादल मंडराने लगे हैं। आर्थिक विशेषज्ञों की माने तो इस वजह से शेयर बाजार में निगेटिव सेंटीमेंट है। संकट में नरमी आने के बाद बाजार में फिर तेजी आ सकती है।
  • ABG Shipyard Fraud. एबीजी शिपयार्ड को देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्राडों में से एक माना जा रहा है। आर्थिक जानकारों की मानें तो यूक्रेन संकट के अलावा एबीजी शिपयार्ड फ्राड से जुड़े प्रगति की वजह से भी शेयर बाजार में गिरावट आई है। इस घोटाले का असर निजी और सार्वजनिक दोनों तरह के बैंकों के शेयर पर देखने को मिले हैं।
  • FPI की निकासी. विदेशी फोर्टफोलियो निवेशकों के बिकवाली की वजह से भी शेयर बाजार में गिरावट हुई है। मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक फरवरी के पहले 11 दिन में ही विदेशी फोर्टफोलियो निवेशकों ने 14,935 करोड़ रूपए बाजार से निकाल लिए। FPI की निकासी से भी बाजार के सेंटिमेंट पर असर पड़ता है।

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