Share Market News : जानें क्या है 'डेथ क्रॉस पैटर्न', 21 साल में तीसरी बार दिख रहा ये अशुभ संकेत, इस वजह से गिर रहे शेयर बाजार !

वैश्विक बाजार लगातार गिरावट की ओर है। जिस वजह से भारतीय शेयर बाजार की हालत भी खस्ता है। नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स की ट्रेडिंग का चार्ट पैटर्न बीते शुक्रवार को 'डेथ क्रॉस' (Death Cross) फॉर्मेशन में आ गया।

Newstrack :  Network
Published By :  aman
Update:2022-02-20 16:22 IST

death cross pattern

Share Market News : वैश्विक बाजार लगातार गिरावट की ओर है। जिस वजह से भारतीय शेयर बाजार की हालत भी खस्ता है। नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स (Nasdaq Composite Index) की ट्रेडिंग का चार्ट पैटर्न बीते शुक्रवार को 'डेथ क्रॉस' (Death Cross) फॉर्मेशन में आ गया। आपको जानकारी के लिए बाटे दें कि शेयर बाजार को जानने-समझने और निवेश करने वाले इसका मतलब भली-भांति जानते हैं। दरअसल, स्टॉक मार्केट में इस शब्द या यूं कहें इस पैटर्न को अशुभ मानते हैं। इसे गिरावट का संकेत माना जाता रहा है।

अगर हम बीते समय के आंकड़ों की बात करें तो 'डेथ क्रॉस' चार्ट पैटर्न कुछ समय के लिए स्टॉक मार्केट पर काफी भारी पड़ता है। बाजार के एक्सपर्ट कहते हैं, इससे बाहर निकलने में बाजार को अच्छा-खासा वक्त लग जाता है। लेकिन यहां हम आपको ये भी बताना चाहते है कि अभी यह अस्पष्ट नहीं है। यह साफ-साफ नहीं कहा जा सकता है कि ये फॉर्मेशन आने वाले समय में कारोबारियों को ज्यादा परेशान करने वाला है या बस थोड़े दिन की बात है। 

2020 में पहली बार दिखे थे 'अशुभ संकेत'

गौरतलब है, कि इससे पहले अप्रैल, 2020 में नैस्डेक (Nasdaq) 'डेथ क्रॉस' फॉर्मेशन में आया था। लेकिन, वो समय अलग था। तब कोरोना महामारी की वजह से चारों ओर अनिश्चितता का भाव था। तब ये बात निवेशकों को समझ नहीं आ रही थी, कि यह गिरावट कितने लंबे वक्त तक के लिए है। लेकिन अब, अनिश्चितता का वह माहौल काफी हद तक कम हो गया है। ऐसे में बाजार के 'डेथ क्रॉस फॉर्मेशन' की वजह से निवेशकों में एक तरह की बेचैनी देखने को मिल रही है।

पिछले साल नवंबर से अब तक बड़ी गिरावट

यहां आपको बता दें, कि नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स (Nasdaq Composite Index) शुक्रवार को 1.2 प्रतिशत तक नीचे लुढ़क गया था। वहीं, पिछले साल 19 नवंबर को नैस्डेक काफी उच्च स्तर पर देखा गया था। उस समय से अब तक उसमें करीब 16 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। 

जानें क्या है 'डेथ क्रॉस पैटर्न' (Death Cross Pattern)

अब आपके मन में सहज सवाल उठना लाजमी है कि आखिर 'डेथ क्रॉस पैटर्न' (Death Cross Pattern) है क्या? तो आपको बताते चलें कि यह स्टॉक मार्केट के ट्रेडिंग पैटर्न से जुड़ा होता है। दरअसल, चार्ट पर एक खास तरह का पैटर्न बनने पर इसे डेथ क्रॉस पैटर्न कहा जाता है। जब इंडेक्स का 50 दिनों का मुविंग एवरेज (moving average) 200 दिनों के मुविंग एवरेज से नीचे चला जाता है तब चार्ट पर डेथ पैटर्न बन जाता है। जब डेथ क्रॉस पैटर्न बन जाता है तब निवेशक बेहद सतर्क हो जाते हैं। क्योंकि, तब निवेशकों का मानना होता है कि शेयर बाजार में अब लंबे समय तक गिरावट जारी रह सकती है। जिसका नतीजा अभी आपके सामने है। 

साल 2000 और 2008 में दिखा था डेथ क्रॉस पैटर्न

साल 2000 में भी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (New York Stock Exchange) पर कुछ इसी प्रकार का 'डेथ क्रॉस पैटर्न' बना था। तब डॉटकॉम कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूटे थे। जनवरी 2008 में भी ऐसा ही एक डेथ क्रॉस पैटर्न देखने को  मिला था। जिसके बाद पूरी दुनिया में आर्थिक संकट आ गया था।   

आखिर क्या है वजह गिरावट की? 

इस वक्त कमजोर वैश्विक संकेतों (global signals) और रूस-यूक्रेन तनाव (Russia-Ukraine tension) के बीच भारतीय शेयर बाजारों सहित दुनियाभर के बाजारों में भी बीते कुछ समय से गिरावट का दौर है। अगर यहां, भारतीय बाजारों के परिपेक्ष्य में बात करें, तो विदेशी संस्थागत निवेशक की तरफ से भारी बिकवाली भी एक बड़ी वजह रही है। बीएसई का सेंसेक्स इस साल की शुरुआत से 2.28 प्रतिशत टूटा है। वहीं, निफ्टी में 1.98 फीसद की गिरावट देखी गई है।

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