Small Savings Scheme: इन सरकारी योजनाओं में अगर करेंगे निवेश, तो हो जाएंगे मालामाल, जानिए लेटेस्ट ब्याज दरें क्या हैं
Small Savings Scheme Interest Rate: आर्थिक अस्थिरता को देखते हुए छोटी बचत योजनाओं में कुछ हिस्सा निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं।
Small Savings Scheme Interest Rate: अगर आप निवेश के लिए कोई योजना देख रहे हैं तो इस वक्त स्मॉल सेविंग स्कीम्स और आवर्ती जमा (रेकरिंग डिपॉजिट) स्कीम्स सबसे आकर्षक निवेश विकल्प में से एक है। दरअसल, केंद्र सरकार ने दिसंबर तिमाही के लिए पांच साल की RD योजना में ब्याज दर की बढ़ोतरी की थी, जबकि अन्य सभी छोटी बचत योजनाओं के लिए दरें बरकरार रखीं। स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें स्थिर रहने के बाद भी इसकी दरें आकर्षक बनी हुई हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति यहां पर निवेश करता है तो अधिक लाभ कमा सकता है। उल्लेखनीय है कि सरकार हर तिमाही दर की समीक्षा करती है। तो आइये आपको बता दें कि इन योजनाओं की लेटेस्ट ब्याज दरें...।
क्या होती हैं लघु बचत योजनाएं (स्मॉल सेविंग स्कीम्स)?
छोटी बचत योजनाएं सरकार द्वारा पेश और प्रबंधित किए जाने वाले निवेश के रास्ते हैं, जो व्यक्तियों को धन बचाने और संचय करने की अनुमति देते हैं। मौजूद समय केंद्र सरकार नौ प्रकार की छोटी बचत योजनाएं चला रही है। इसमें आवर्ती जमा (आरडी), सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ), सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई), महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र शामिल हैं। (एनएससी) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) शामिल है।
अक्टूबर-दिसंबर 2023 की छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें
पीपीएफ - 7.1%
एससीएसएस - 8.2%
सुकन्या योजना - 8.0%
एनएससी - 7.7%
पीओ-मासिक आय योजना - 7.4%
किसान विकास पत्र - 7.5%
1-वर्षीय जमा - 6.9%
2-वर्षीय जमा - 7.0%
3-वर्षीय जमा - 7.0%
5-वर्षीय जमा - 7.5%
5-वर्षीय आरडी - 6.7%
क्या आपको छोटी बचत योजना में निवेश करना चाहिए?
व्यक्तिगत वित्त विशेषज्ञों का सुझाव है कि आर्थिक अस्थिरता को देखते हुए छोटी बचत योजनाओं में कुछ हिस्सा निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं। हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन योजनाओं का रिटर्न इक्विटी जितना आकर्षक नहीं हो सकता है।
निवेश के होते हैं तीन फायदे
1) छोटी बचत योजनाएं सरकार समर्थित हैं ताकि निवेशक अपने निवेश पर सुनिश्चित रिटर्न का आनंद ले सकें।
2) इनमें से कई छोटी बचत योजनाएं जैसे पीपीएफ और एससीएसएस आयकर लाभ के लिए योग्य हैं। आपको आईटी अधिनियम की धारा 80सी के तहत ₹1.5 लाख तक का लाभ मिलता है
3) ये छोटी बचत योजनाएं आपके पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए अच्छे विकल्प हो सकती हैं।