Aadhaar Card Update: पैदा हुए बच्चों का क्या बनता है आधार कार्ड? जानें यहां
Aadhaar Card Update: भारत में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड मुफ्त में जारी किया जाता है। आप निकटतम आधार केंद्र पर जा सकते हैं या अपने बच्चे के आधार के लिए ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते हैं।
Aadhaar Card Update: Unique Identification Authority of India यानी आधार। अगर आप भारतीय हैं तो जानते होंगे कि देश में आधार कार्ड का क्या महत्व है? आधार कार्ड के बिना आज के समय देश में आप कोई भी काम पूरा नहीं कर रहे हैं। फिर चाहे वह वित्तीय काम हो या फिर कोई अन्य काम हो। भारत में आधार पहचान पत्र, नौकरी आवेदन और बैंक ऋण से लेकर मोबाइल नंबर पंजीकरण और भविष्य निधि संवितरण तक हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण दस्तावेज की भूमिका निभा रहा है। जब देश में आधार कार्ड इतना महत्वपूर्ण दस्तावेज है तो सवाल उठाता है क्या लोग अपने नवजात बच्चों को भी आधार कार्ड बनावा सकते हैं? यह सवाल बहुत लोगों के मन में उठता है, लेकिन अधिकांश लोगों को पास इसका सही जवाब नहीं होता है और वह अपने नवजाता का आधार कार्ड नहीं बनवाते हैं।
फिर जब उनका बच्चा थोड़ा बड़ा होता है और वह स्कूल जाने की प्रक्रिया में आता है, वहां जब प्रवेश के लिए बच्चे का आधार कार्ड मांगा जाता है तो उनके पास आधार कार्ड नहीं होता है, जिसके चलते कईयों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता। यह परेशानी सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में आती है, क्योंकि वहां दूर-दराज इकालों में सरकारी संस्थाएं होती हैं, जहां आधार कार्ड बनवाया जाता है। इस वजह से ऐसे लोग काफी परेशान होते हैं। तो इस लेख में जानिए कि क्या नवजात का भी आधार कार्ड बना सकता है?
इन लोगों का बनाता है फ्री में आधार कार्ड
आधार हेल्प सेंटर के मुताबिक, आधार कार्ड प्राप्त करने के लिए यूआईडीएआई द्वारा कोई न्यूनतम आयु सीमा निर्धारित नहीं है। ऐसे में आ नवजात शिशु के लिए आधार कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो स्कूल में प्रवेश और बच्चों के लिए सरकारी योजनाओं तक पहुंच सहित जीवन के विभिन्न पहलुओं में इसके महत्व पर प्रकाश डालता है।
नवजात के लिए इन दस्तावेजों की होती है जरूरत
आधार हेल्प सेंटर कहता है कि भारत में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड मुफ्त में जारी किया जाता है। आप निकटतम आधार केंद्र पर जा सकते हैं या अपने बच्चे के आधार के लिए ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते हैं। वयस्कों के विपरीत छोटे बच्चों को अपनी उंगलियों के निशान या रेटिना स्कैन की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय उनका जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पर्याप्त है। यदि आपके पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है, तो अस्पताल के डिस्चार्ज प्रमाणपत्र या स्कूल के आईडी कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि माता-पिता में से किसी एक के पास आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइवर का लाइसेंस या पासपोर्ट जैसा वैध आईडी दस्तावेज़ होना अनिवार्य है।
नवजात बच्चों का आधार इतने साल तक रहता वैध
याद रखें कि यदि आपके बच्चे का आधार कार्ड 5 वर्ष की आयु से पहले प्राप्त किया गया था, तो यह केवल उनके 5 साल आयु सीमा तक पहुंचने तक वैध होगा। उसके बाद इसमें अपडेट की जरूरत होगी, ताबिक सामान्य बायोमेट्रिक प्रक्रियाएं शामिल हो सके। इस प्रक्रिया के लिए एक छोटा सा शुल्क लगता है। माता-पिता अपने मोबाइल नंबर को अपने बच्चे के आधार से लिंक कर सकते हैं और अपने स्मार्टफोन पर mAadhaar ऐप का उपयोग करके इसे आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं।