Wholesale Inflation: थोक महंगाई दर से लोगों को मिली बड़ी राहत, दिसंबर 2022 में घटकर पहुंची 22 महीने के निचले स्तर पर

wholesale inflation: दिसंबर महीने के खुदरा महंगाई दर में गिरावट आने के बाद अब थोक महंगाई दर में भी गिरावट आई है,जो कि लोगों के लिए राहत का विषय है। इस गिरावट से आने वाले दिनों में कई चीजों दाम गिर कर सकते हैं। दिसंबर 2022 में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.72 फीसदी पर आ गई है।

Written By :  Viren Singh
Update: 2023-01-16 07:47 GMT

wholesale inflation (सोशल मीडिया) 

Wholesale Inflation:  केंद्र सरकार ने सोमवार को दिसंबर, 2022 के थोक मूल्य मुद्रास्फीति (WPI) की आंकड़े जारी कर दिये हैं। खुदरा महंगाई दर से राहत मिलने के बाद अब जनता को थोक महंगाई दर से भी राहत मिली है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, दिसंबर 2022 में थोक मूल्य मुद्रास्फीति दर घटकर 4.95 फीसदी पर आ गई है, जोकि यह WPI का 22 महीने का निचला स्तर है। इससे पहले पिछले साल दिसंबर महीने में थोक महंगाई दर 14.27 फीसदी दर्ज हुई थी।

नवंबर में 5 फीसदी से अधिक थी थोक महंगाई दर

वित्त मंत्रालय से जारी हुए थोक महंगाई दर के आंकड़ों के मुताबिक, बीते दिसंबर, 2022 में थोक महंगाई दर घटकर 4.95 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले बीते नवंबर महीन में भी थोक महंगाई दर से लोगों को राहत मिली थी। तब यह 5.85 फीसदी पर दर्ज हुई थी। मंत्रालय ने बताया कि दिसंबर महीने में थोक महंगाई दर से राहत मिलने की पीछे की वजह मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं और कच्चे पेट्रोलियम की कीमतों में गिरावट आना है।

2021 से पहली बार आई 5 फीसदी से नीचे

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, दिसंबर 2022 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खनिज तेल, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों, कपड़ा और रसायन और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में गिरावट का योगदान है। फरवरी 2021 के बाद पहली बार दिसंबर 2022 में WPI मुद्रास्फीति 5 फीसदी से नीचे आई है। इससे पहले फरवरी 2021 में यह 4.83% थी

इन वजहों से गिरी थोक महंगाई दर

मंत्रालय के मुताबिक, दिसंबर 2022 के दौरान खाद्य वस्तुओं में मुद्रास्फीति 1.25 फीसदी थी। ईंधन और बिजली में मुद्रास्फीति 18.09 फीसदी पर थी। समीक्षाधीन महीने के दौरान निर्मित उत्पादों में मुद्रास्फीति 3.37% थी। हालांकि इस दौरान खाद्य सूचकांक 0.65 फीसदी बढ़ा है। इससे पहले नवंबर में खाद्य सचूकांक 2.17 फीसदी पर था। वहीं, सब्जियों की कीमतों में साल-दर-साल लगभग 36% की गिरावट आई।

मुद्रास्फीति है चिंता का विषय

पिछले हफ्ते, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि भारत में मुख्य मुद्रास्फीति चिंता का विषय है और केंद्रीय बैंक को इसके प्रति बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।

दिसंबर में खुदरा महंगाई दर भी घटी

बीते दिनों वित्त मंत्रालय ने दिसंबर 2022 के खुदरा महंगाई दर के आंकड़ें जारी किए थे। दिसंबर महीने में देश की खुदरा महंगाई दर पिछले महीने की तुलना में औरकम हो गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति की दर दिसंबर में घटकर 5.72 फीसदी हो गई। नवंबर में यह 5.88 फीसदी और अक्टूबर 2022 में 6.77 फीसदी पर थी।

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