WPI Inflation in February: थोक महंगाई दर में मिली बड़ी राहत, आई 25 महीने के निचले स्तर पर

WPI Inflation in February: फरवरी में थोक महंगाई दर में गिरावट की मुख्य वजह निर्मित वस्तुओं और ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी की वजह बताई गई है। इससे पहले कल वित्त मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर के आंकड़ें जारी किये थे। खुरदा महंगाई दर में भी गिरावट आई थी।

Update: 2023-03-14 14:01 GMT

WPI Inflation in February: देश की जनता को पहले खुदरा महंगाई और अब थोक महंगाई से बड़ी राहत मिली है,जो कि महंगाई के बीच राहत का विषय है। वित्त मंत्रालय ने थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति फरवरी, 2023 के आकंड़े जारी कर दिये हैं। फरवरी महीने में देश में WIP 3.85 फीसदी दर्ज की गई,जोकि इसका 25 महीने के निचले स्तर है। इसी के साथ यह गिरावट का लगातार नौंवा महीना है। इससे पहले जनवरी महीने में देश की थोक महंगाई दर 4.73 फीसदी पर थी।

इस वजह से आई थोक महंगाई दर में गिरावट

वित्त मंत्रालय के मुताबिक, फरवरी में थोक महंगाई दर में गिरावट की मुख्य वजह निर्मित वस्तुओं और ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी की वजह बताई गई है। इसके अलावा प्राकृतिक गैस, गैर-खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों, खनिजों, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पादों, रसायनों और रासायनिक उत्पादों, मोटर वाहन, ट्रेलर और सेमी-ट्रेलर में कमी की वजह से भी थोक महंगाई दर में गिरावट आई है। हालांकि खाद्य पदार्थों के दाम फरवरी माह में बढ़े हैं।

जानिए फरवरी में किस चीज के गिरे दाम

मंत्रालय के मुताबिक, खाद्य सूचकांक मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर 2.76 प्रतिशत रह गई, जो जनवरी में 2.95 प्रतिशत थी। दालों में मुद्रास्फीति 2.59 प्रतिशत पर आ गई, जबकि सब्जियों में (-) 21.53 प्रतिशत थी। तिलहन में मुद्रास्फीति (-) 7.38 प्रतिशत थी, जबकि फलों में पिछले महीने 7.02 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली टोकरी मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में 15.15 प्रतिशत से घटकर 14.82 प्रतिशत हो गई। निर्मित उत्पादों में फरवरी 2023 में यह 1.94 प्रतिशत थी, जबकि जनवरी में यह 2.99 प्रतिशत थी। हालांकि फरवरी में खाद्य पदार्थों की महंगाई बढ़कर 3.81 फीसदी हो गई, जो जनवरी में 2.38 फीसदी थी।

दिसंबर और नवंबर में इतनी थी थोक महंगाई दर

इससे पहले दिसंबर 2022 में थोक महंगाई दर 4.95 फीसदी पर थी। नवंबर, 2022 में यह 5.85 फीसदी और फरवरी 2022 में थोक महंगाई दर 13.43 फीसदी रिकॉर्ड की गई थी।

कल जारी हुए थे खुदरा महंगाई दर के आंकड़ें

बता दें कि सोमवार को वित्त मंत्रालय ने देश में फरवरी के खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किये हैं। सीपीआई आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर 6.44 प्रतिशत रह गई, जो जनवरी में 6.52 प्रतिशत थी। हालांकि गिरावट के बाद खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक तक आंकड़ें 6 फीसदी से ऊपर रही।

फरवरी फिर बढ़ा था रेपो रेट

पिछले महीने फरवरी में अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख ब्याज दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया था, यह कहते हुए कि मुख्य मुद्रास्फीति अभी भी स्थिर है।

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