WPI Inflation Rise: थोक महंगाई दर 13 महीने के उच्चतम स्तर पर, अप्रैल में 1.26 प्रतिशत हुआ आंकड़ा

WPI Inflation Rise: मार्च में यह 0.53 प्रतिशत थी। थोक महंगाई दर में यह इजाफा खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण है।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-05-14 14:23 IST

WPI Inflation  (photo: social media ) 

WPI Inflation Rise: थोक महंगाई दर अप्रैल में सालाना आधार पर 13 महीने के अपने उच्चतम स्तर 1.26 प्रतिशत पर पहुंच गई है। मार्च में यह 0.53 प्रतिशत थी। वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए। जानकारों ने थोक महंगाई दर 1 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया था। थोक महंगाई दर में यह इजाफा खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण है।

आलू-प्याज की थोक कीमतों में बढ़ोतरी

अप्रैल महीने में प्याज की कीमतों की वृद्धि दर 59.75 प्रतिशत रही जो मार्च में 56.99 प्रतिशत थी। वहीं आलू के मामले में कीमतों की वृद्धि दर 71.97 प्रतिशत रही, मार्च में यह 52.96 प्रतिशत थी। एक साल पहले से तुलना करें तो उस दौरान प्याज की कीमतों में 5.54 प्रतिशत की कमी आई थी, वहीं आलू की कीमतों में 30.56 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।

खाद्य पदार्थों की थोक महंगाई दर सालाना आधार पर 5.52 प्रतिशत बढ़ी, मार्च में यह 4.7 की दर से बढ़ी थी। मासिक आधार पर मार्च के 0.95 प्रतिशत की तुलना में इसमें 1.94 प्रतिशत का इजाफा हुआ। सरकार के अनुसार अप्रैल महीने में थोक महंगाई दर में इजाफा मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, बिजली, क्रूड पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस, उत्पादित खाद्य पदार्थों और अन्य उत्पादित वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारण से हुई है।


क्रूड पेट्रोलियम के थोक भाव भी बढ़े

अप्रैल 2024 में क्रूड पेटोलियम की थोक महंगाई दर पिछले साल के 1.64 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 4.97 प्रतिशत पर पहुंच गईं। प्राथमिक वस्तुओं की थोक महंगाई दर अप्रैल में बढ़कर 5.01 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीनें में 4.51 प्रतिशत थी। प्राथमिक वस्तुओं के अंतर्गत खाद्य पदार्थों, सब्जियों और खनिजों की कीमतें आती हैं।


खुदरा महंगाई दर में आई नरमी

वहीं विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में 0.42 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले महीने में इसमें 0.85 प्रतिशत की गिरावट आई थी। ईंधन और बिजली की कीमतों में मार्च में 0.77 प्रतिशत की गिरावट के मुकाबले 1.38 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इससे पहले सांख्यिकी मंत्रालय ने सोमवार को खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े भी जारी किए, जिसके अनुसार खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर 11 महीने के निचले स्तर 4.83 प्रतिशत पर आ आ गई, जबकि पिछले महीने में यह 4.85 प्रतिशत थी।



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