YouTube CEO: 544 करोड़ का बोनस पाने वाले नील मोहन बने YouTube के नए सीईओ, जानिए उनका सफरनामा

YouTube CEO Neal Mohan: नील मोहन यूट्यूब के नए सीईओ बनने से पहले वह YouTube में मुख्य उत्पाद अधिकारी की भूमिका में काम कर रहे थे। उनकी देखरेख में YouTube ने संगीत, टीवी, प्रीमियम और शॉर्ट्स सहित कई सफल उत्पादों कों लॉन्च किया।

Written By :  Viren Singh
Update:2023-02-17 11:33 IST

Neal Mohan Youtube CEO (सोशल मीडिया)  

Neal Mohan Youtube CEO: नील मोहन टेक उद्योग का एक जाना-माना नाम है। नील मोहन उस समय दुनिया के सामने सुर्खियों में आए जब उन्हें 544 करोड़ रुपये का बोनस मिला था। उन्हीं नील मोहन को YouTube ने अब अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी चुना है। मोहन ने YouTube (यूट्यूब) का दामन तब थमा, जब वह कई चुनौतियों से सामना कर रहा था। उनके नेतृत्व में यूट्यूब ने कई अपने सफल उत्पादों को बाजार में लॉन्च किया। भारतीय मूलवंशी नील मोहन के यूट्यूब के नए सीईओ बनने की खबर मीडिया में आते ही लोगों के बीच में उनको जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर कौन हैं नील मोहन और उनकी क्या उपलब्धियां रही हैं?

गूगल में भी निभाई कई अहम जिम्मेदारी

नील मोहन यूट्यूब के नए सीईओ बनने से पहले वह YouTube में मुख्य उत्पाद अधिकारी की भूमिका में काम कर रहे थे। उन्होंने कंपनी में शामिल होने के बाद प्लेटफॉर्म की वृद्धि और सफलता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले नील मोहन Google में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रदर्शन और वीडियो विज्ञापन के रूप में काम किया। इस दौरान उन्होंने गूगल के दो सबसे सफल उत्पादों AdSense और DoubleClick को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

नील के करियर की शुरुआत

मोहन ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में एंडरसन एंडरसन कंसल्टिंग कंपनी से की थी। बाद में यह कंपनी एक्सेंचर हो गई। उसके बाद उन्होंने नेटग्रैविटी नामक एक स्टार्टअप में काम किया, जिसको बाद में इंटरनेट विज्ञापन फर्म डबलक्लिक द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया। 2007 में Google ने DoubleClick को US$3.1 बिलियन में अधिग्रहण कर लिया था। मोहन ने ऐडसेंस के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, एक ऐसा कार्यक्रम जो वेबसाइट मालिकों को Google विज्ञापन प्रदर्शित करने और क्लिक या इंप्रेशन के आधार पर राजस्व अर्जित करने में सक्षम बनाता है। ऐडसेंस अब दुनिया के सबसे सफल विज्ञापन प्लेटफार्मों में से एक है।

बनने रहने के लिए मिला था $100 मिलियन का बोनस

बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहन को उनकी उत्पाद विशेषज्ञता के लिए ट्विटर पर एक आकर्षक पद की पेशकश की गई थी, लेकिन Google ने उन्हें कंपनी में बनाए रखने के लिए $100 मिलियन से अधिक बोनस की पेशकश की। हालांकि नील मोहन का सफर गूगल के साथ साल 2015 में खत्म हो गया था।

उनके नेतृत्व में YouTube ने  कई फीचर्स किये लॉन्च

वह साल 2015 में YouTube कंपनी का हिस्सा हुए। जब वे YouTube शामिल हुए तो उस समय कंपनी वीडियो-साझाकरण प्लेटफार्मों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहा था और इसे अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने और अधिक राजस्व उत्पन्न करने के तरीके खोजने की आवश्यकता थी। मोहन जल्दी से काम करने के लिए तैयार हो गया और इन वर्षों में उसने कई प्रमुख पहलों की देखरेख की, जिसने YouTube को आज के विशालतम रूप में विकसित होने में मदद की। मोहन के नेतृत्व में YouTube ने YouTube संगीत, YouTube टीवी, YouTube प्रीमियम और YouTube शॉर्ट्स सहित कई सफल उत्पाद और सुविधाएँ लॉन्च की हैं।

कंप्यूटर साइंस से हैं स्नातक

YouTube में मोहन के सबसे महत्वपूर्ण योगदानों में से एक उनका क्रिएटर मॉनेटाइज़ेशन पर रहा है। उन्होंने सुपर चैट, सुपर स्टिकर्स और चैनल की सदस्यता जैसे क्रिएटर्स के लिए आय के नए स्रोत विकसित करने के लिए काम किया है। मोहन ने 1996 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री हासिल की। उसके बाद उन्होंने 2005 में स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया।

नील मोहन इनका लेंगे स्थान

नील मोहन अब यूट्यूब की वर्तमान सीईओ सुशान वोजिकी का स्थान लेंगे। वोजिकी 9 साल तक यूट्यूब की सीईओ पद पर काम किया। वर्तमान में मोहन पर्सनल स्टाइलिंग सर्विस स्टिच फिक्स और जीन टेस्टिंग फर्म 23andMe के बोर्ड में हैं।

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