Zomato Share Crash: बाजार को नहीं भा रही Zomato- Blinkit डील, निवेशकों के हजारों करोड़ रूपये डूबे

Zomato Share Crash: देश की दिग्गज ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ( Zomato) के शेयर का बाजार में गोता लगाने का सिलसिला जारी है। कंपनी के निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

Update: 2022-06-30 16:43 GMT

बाजार को नहीं भा रही Zomato- Blinkit डील: photo - social media

Zomato Share Crash: देश की दिग्गज ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ( Zomato) के शेयर का बाजार (stock market) में गोता लगाने का सिलसिला जारी है। कंपनी के निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते चार दिन में ही जबरदस्त बिकवाली के कारण निवेशकों के 1200 करोड़ रूपये स्वाहा हो गए। गुरूवार को भी टेड्रिंग के दौरान जोमैटो के शेयर 4 प्रतिशत की गिरवाट के साथ 54.50 रूपये के लेवल तक जा गिरा।

गौरतलब है कि ब्रोकरेज हाउस (brokerage house) की ओर से कभी इस कंपनी को मल्टीबैगर कहा गया था। निवेशकों ने जमकर इसमें निवेश किया मगर अब उनको भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीते चार दिनों में जोमैटो का शेयर 25 प्रतिशत तक नीचे गिर चुका है। जिससे निवेशकों को अच्छी चपत लगी है।

Blinkit डील बनी घाटे का सौदा

Zomato- Blinkit डील के बाद से जोमैटो के शेयर में गिरावट का सिलसिला जारी है। एंट ग्रुप समर्थित ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने 4447.48 करोड़ रूपये में Blinkit का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने यह कदम क्विक कामर्स बिजनेस को बढ़ाने के लिए उठाया है। Blinkit को पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था। इसमें जोमैटो की पहले भी 8-9 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।

Blinkit डील के बाद से अब तक जोमैटो का 25 प्रतिशत शेयर टूट चुका है। शेयर में इतनी बड़ी गिरावट आने के बाद निवेशकों को 11,680 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है। शेयर के धड़ाम होने से कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर भी असर पड़ा है। जो बीते चार दिनों में 47,366 करोड़ रुपये से घटकर 35,686 करोड़ रुपये हो गया है। क्रेडिट सुइस का कहना है कि Blinkit डील के कारण वित्त वर्ष 23 और 24 में जोमैटो के एबिटा नुकसान की संभावना बढ़ जाएगी।

लॉन्ग रन में यह शेयर बेहतर रिटर्न दे सकता है

हालांकि, कुछ बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि लॉन्ग रन में यह शेयर बेहतर रिटर्न दे सकता है। लेकिन इसके लिए लंबा इंतजार करना होगा। उनका कहना है कि शॉर्ट टर्म में कुछ भी कहना मुश्किल है।

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