Interior Designers: इंटीरियर डिजाइनर पाठ्यक्रम में अपार संभावनाएं
Interior Designers: डिजाइनर का पाठ्यक्रम करने के लिए विद्यार्थी को बारहवीं कक्षा 60% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है तथा उसे बारहवी विज्ञान और अंग्रेजी विषयों से पास किया होना चाहिए।
Interior Designers: कई बार बड़े शो रूम के बाहर बनी शो विंडो की ओर अक्सर ग्राहकों का ध्यान बरबस ही खींच जाता है और ग्राहक के कदम शो रूम की तरफ अपने आप बढ़ने लगते हैं। यह कमाल होता है उस डिजाइनर का जो शो विंडो में सामान को सजाते हैं। बड़े बड़े औद्योगिक घराने, प्रसिद्ध स्टोर, होटल आदि से संबंधित कंपनियां अपने कार्य के लिए इंटीरियर डेकोरेटर (interior decorator) की सहायता लेते हैं। किसी बड़ी दुकान, होटल, रेस्टोरेंट, क्लब या बैंक की पुनः सज्जा करने के लिए इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) बेहतर कार्य कर सकते हैं। इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) का कार्य बड़ी इमारतों, भवनों, मकानों, उद्योगों, हवाई जहाजों व व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स के डिजाइन तैयार करना है। एक अच्छे इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) का कार्य होता है कि कोई भी मकान का भवन आदि कैसे सुंदर और आकर्षक लगे तथा उसमें रहने वालों को कम खर्च में हर प्रकार की सुविधा कैसे प्रदान की जाए।
डिजाइनर का पाठ्यक्रम के लिए 12वीं कक्षा 60% अंकों होना अनिवार्य
डिजाइनर का पाठ्यक्रम करने के लिए विद्यार्थी को बारहवीं कक्षा 60% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है तथा उसे बारहवी विज्ञान और अंग्रेजी विषयों से पास किया होना चाहिए। इंटीरियर डिजाइन (interior designers) का 5 वर्षीय प्रोफेशनल कोर्स भारत में इस स्थान में उपलब्ध है।
स्कूल ऑफ इंटीरियर डिजाइन
- सेंटर फॉर एनवायरनमेंटल प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी रोड, नवरंगपुर, अहमदाबाद-380009
- उपर्युक्त संस्था से विभिन्न प्रकार के डिप्लोमा कोर्स भी किया जा सकता है। 5वर्षीय पाठ्यक्रम डिग्री कोर्स के समकक्ष है।
- इसके अतिरिक्त निम्न संस्थाओं से भी इंटीरियर डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है-
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी , नई दिल्ली।
- इंटरनेशनल पॉलीटेक्निक फॉर वीमेन, नई दिल्ली।
- जे डी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली।
- वीमेंस पॉलीटेक्निक, महारानी बाग, नई दिल्ली।
- साउथ दिल्ली पॉलीटेक्निक फॉर वीमेंस, नई दिल्ली।
पाठ्यक्रम के पश्चात विद्यार्थी यदि चाहे तो डिजाइनर फर्नीचर अथवा डिजाइनर सजावटी वस्तुओं के निर्माण का अपना कार्य शुरू कर अपना शो रूम खोल सकता है अथवा बड़े स्टार्स में सप्लाई कर सकता है। इसके अतिरिक्त इंटीरियर डिजाइनर किसी प्रदर्शनी अथवा प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट ले सकते हैं जिसमें उनकी अच्छी आय हो सकती है।
इंटीरियर डिजाइनर ने किसी मकान को सजाने की सुरुचिपूर्ण योजना करते हैं तैयार
इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) ही मकान या भवन के अंदर लगाए जाने वाले फर्नीचर, दीवारों के परदे आदि की सुरुचिपूर्ण योजना तैयार करते हैं। वे घर के अंदर हर खाली जगह का पूर्ण उपयोग कर लोगों को आराम एवं सुरक्षित महसूस कराने का प्रयास करते हैं। इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) परिधानों के स्टोर पर बनी शो विंडो में मौसम के अनुरूप वस्त्र सजाते हैं। कुछ विशेष अवसरों पर भी दुकानों की विशेष सज्जा की जाती है जैसे दिवाली, दशहरा आदि अवसरों पर। प्रायः यह डिजाइनर की कुशलता पर निर्भर करता है की किस प्रकार शो विंडो को सजाए कि ग्राहक उस आकर्षित हों। प्रदर्शनी डिजाइनर (interior designers) का कार्य किसी भी प्रदर्शनी का पूरा डिजाइन तैयार करना होता है। वह सुनिश्चित करता है कि किस स्टॉल पर किस वस्तु का किस प्रकार प्रदर्शन किया जाना चाहिए।
थिएटर व मंच डिजाइनर का कार्य किसी भी फिल्म, टी वी, फैशन शो या सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए सेट तैयार करना होता है। डिजाइनर (interior designers) का कार्य निर्देशक की कल्पना तथा बजट के अनुरूप फिल्म का सेट, किसी संगीत या नृत्य कार्यक्रम का या किसी नाटक का नया सेट तैयार करना होता है। सेट डिजाइनर (set designer) को दृश्य के अनुरूप सेट तैयार करना होता है। फिल्म से जुड़े थिएटर व मंच सज्जाकार को आर्ट डायरेक्टर कहा जाता है। टी वी कार्यक्रमों एवं धारावाहिकों की बाढ़ आ जाने से इनकी मांग बढ़ गई है।
इंटीरियर डिजाइनर में कलात्मकता तथा कल्पनात्मकता का पूर्ण विकास
इंटीरियर डिजाइनर (interior designers) के अंदर कलात्मकता तथा कल्पनात्मकता का पूर्ण विकास होना चाहिए। उसमे अपनी बात दूसरों को समझा सकने की योग्यता होनी चाहिए जिससे लोग उसके कार्य की ओर आकर्षित हो सके। उसमे रंगों, प्रकाश एवं सजावट की अद्भुत क्षमता होनी चाहिए।