Byelection: चार राज्यों में लोकसभा और विधानसभा के लिए होगा उपचुनाव, बंगाल और बिहार पर रहेगी नजर
Byelection: केंद्रीय चुनाव आय़ोग द्वारी जारी कार्य़क्रम के अनुसार, महाराष्ट्र की एक विधानसभा सीट, पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा औऱ एक विधानसभा सीट, बिहार की एक विधानसभा सीट औऱ छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होगा।
Byelection: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब उपचुनाव की घड़ी आई है। देश के पांच राज्यों में सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराने के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग ने चार राज्यों में उपचुनाव की तारीख का ऐलान किया है। इन चार राज्यों में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार और छ्त्तीसगढ़ शामिल है। इन राज्यों में चार विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव कराए जाएंगे।
उपचुनाव का कार्यक्रम
केंद्रीय चुनाव आय़ोग द्वारी जारी कार्य़क्रम के अनुसार, महाराष्ट्र की एक विधानसभा सीट, पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा औऱ एक विधानसभा सीट, बिहार की एक विधानसभा सीट औऱ छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होगा। जबकि मतों की गणना 16 अप्रैल को होगी। उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के लिए नामंकन की अंतिम तारीख 24 मार्च रखी गई है। जबकि 25 मार्च से नामांकन पत्र की जांच शुरू होगी। नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 28 मार्च है।
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
महाराष्ट्र की कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट, वेस्ट बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट, बिहार की बोचहां विधानसभा सीट औऱ छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ विधानसभा सीट शामिल है।
बंगाल औऱ बिहार पर नजर
आसनसोल लोकसभा सीट मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बाबुल सुप्रियो के इस्तीफा देने के कारण खाली हुई है। दो बार यहां से लोकसभा चुनाव जीते बाबुल सुप्रियो मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्य़काल में मंत्री रहे हैं। वेस्ट बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद मोदी कैबिनेट से उनकी छुट्टी कर दी गई थी, जिसे लेकर वो नाराज बताए जा रहे थे।
बाबुल सुप्रियो ने कैबिनेट से इस्तीफा देने के कुछ ही समय बाद बीजेपी औऱ सांसद के पद से भी इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल हो गए। ऐसे में माना जा रहा है कि वो इस सीट से एकबार फिर टीएमसी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में होंगे। वहीं बीजेपी उनके सामने किसे उतारती है देखने वाली बात होगी। साथ ही बीजेपी को अपनी ये सीट बचानी की भी चुनौती होगी।
वहीं बिहार में सहयोगी घटक दल वीआईपी से यूपी चुनाव के दौरान बढ़ी तानातनी के बाद ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी बोचहां सीट उसे देती है या फिर उसपर अपना कैंडिडेट खड़ा करती है। दरअसल इस सीट से वीआईपी के मुसाफिर पासवान विधायक थे, जिनका निधन होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि ये उपचुनाव बिहार एनडीए का नया स्वरूप तय करेगा।