Heavy Rainfall In South India: दक्षिण भारत में बारिश का कहर, 28 लोगों की मौत और 15 हजार से अधिक हुए बेघर
दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश का कहर में आंध्र प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित रहा। आंध्र में बारिश से हुई घटनाओं में सर्वाधिक जान-माल का नुकसान हुआ है। वहीं, मौसम पर नजर रखने वाली संस्था स्काईमेट वेदर की ओर से रविवार को भी दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में बारिश की आशंका जताई है।
Heavy Rainfall In South India: दक्षिण भारत के राज्यों (South India Rains) में बीते शनिवार को भी बारिश (Rain Alert) का कहर जारी रहा। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) सबसे अधिक प्रभावित रहा। आंध्र में बारिश (Heavy rainfall in andhra pradesh) से हुई घटनाओं में सर्वाधिक जान-माल का नुकसान हुआ है। वहीं, मौसम पर नजर रखने वाली संस्था स्काईमेट वेदर की ओर से रविवार को भी दक्षिण भारत (South India) के अधिकांश राज्यों में बारिश की आशंका जताई है। वहीं, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश में सरकारों ने बचाव कार्य के लिए कई अहम निर्देश जारी किए हैं.
स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार रविवार को तमिलनाडु के अधिकांश इलाकों, कर्नाटक और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। संस्था का कहना है कि रविवार को केरल, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, कोंकण, गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और तेलंगाना में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही ओडिशा, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और गुजरात के भी कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है।
भारी बारिश के कारण 28 की मौत
वहीं केरल के सबरीमाला (Sabarimala of Kerala) में बारिश में कमी आई है, जहां पथनमथिट्टा जिला प्रशासन (Pathanamthitta District Administration) ने बारिश के कारण तीर्थयात्रा पर लगाई गई रोक को हटा लिया, जबकि तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में तेज बारिश एवं बाढ़ (Heavy rain and flood) से जनजीवन प्रभावित रहा। वहीं, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के कडप्पा एवं अनंतपुरामु जिलों में शुक्रवार से हो रही बारिश के कारण कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि बारिश के कारण हुई घटनाओं में 17 से अधिक लोगों के लापता होने की सूचना है।
वहीं, राज्य आपदा मोचन बल के एक सदस्य की भी मौत हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को कडप्पा जिले में चेयेरू नदी में बाढ़ में 30 से अधिक लोग बह गए थे। तिरूपति शहर में स्थिति अब भी भयावह है और कई इलाके डूबे हुए हैं, वहीं तिरूमला की पहाड़ियों में स्थिति अपेक्षाकृत ठीक है, लेकिन बारिश होने से श्रद्धालुओं को असुविधा हुई। अनंतपुरामु जिले (Ananthapuramu District) के कादिरी शहर में मूसलाधार बारिश के बीच एक निर्माणाधीन मकान ढहने से दो बच्चों समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। मलबे से 4 लोग सुरक्षित निकाल लिए गए, लेकिन कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है।
CM ने क्षति का आकलन करने के लिए किया हवाई सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी (CM YS Jaganmohan Reddy) ने कडप्पा, अनंतपुरामु और चित्तूर जिलों में क्षति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने कडप्पा और चित्तूर के जिलाधिकारियों से बात की और नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ का पानी उतरते ही फसलों के नुकसान का आकलन करने को कहा है।
एसपीएस नेल्लोर जिला (SPS Nellore District) भी काफी प्रभावित हुआ है, जहां पेन्नार नदी में बाढ़ के कारण बीते शनिवार को कई गांव जलमग्न हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एसपीएस नेल्लोर जिले (SPS Nellore District) में हजारों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। जिलों में बचाव और राहत अभियानों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम को तैनात किया गया है।
15 हजार लोगों को राहत शिविरों में रखा
तमिलनाडु में विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिले प्रभावित हैं, क्योंकि थेनपेन्नाई नदी उफान पर है. दोनों जिलों से करीब 15 हजार लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है जबकि थेनपेनाई नदी के उफान पर होने के कारण विल्लुपुरम में 18,500 हेक्टेयर खेतों में पानी भर गया है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचन्द्रन (Revenue and Disaster Management Minister KKSSR Ramachandran) ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कृष्णागिरि और तिरुवनामलाई जिलों में तीन लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि 368 मवेशी भी मारे गए हैं। तिरूवल्लुर में कोसासथलाई नदी उफान पर है, जिससे चेन्नई के पास मनाली में बाढ़ आ गई है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Chief Minister MK Stalin) ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया।
श्रद्धालुओं और आम लोगों से की एहतियात बरतने की अपील
केरल में भारी बारिश के कारण पथनमथिट्टा जिले के कई हिस्से प्रभावित हैं और शुक्रवार रात सबरीमाला तीर्थयात्रा पर खतरा उत्पन्न हो गया, लेकिन बीते शनिवार को फिर से श्रद्धालुओं को जत्थे में जाने की अनुमति दी गई। पम्बा बांध (pamba dam) में जलस्तर बढ़ने के बाद अधिकारियों ने इसके दो दरवाजे खोल दिए। मंदिर के अधिकारियों ने बीते शनिवार को कहा कि चूंकि तेज बारिश नहीं हो रही है, इसलिए सबरीमाला में आज स्थिति सामान्य हो गई। अधिकारियों ने पम्बा बांध के दो दरवाजे खोले जाने को देखते हुए नदी किनारे रहने वाले लोगों, सबरीमला के श्रद्धालुओं और आम लोगों से आवश्यक एहतियात बरतने की अपील की है।
पुडुचेरी सरकार ने केंद्र से की अंतरिम राहत की मांग
पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश में बीते शुक्रवार को वर्षा से राहत के बाद बीते शनिवार को फिर भारी बारिश हुई। मुख्यमंत्री एन रंगासामी (CM N Rangasamy) ने कहा कि सरकार केंद्र से अंतरिम राहत मांग रही है, लेकिन उन्होंने राहत के बारे में विस्तार से नहीं बताया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में बीते शनिवार को करीब 16 सेंटीमीटर बारिश हुई।
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