भारत-चीन सीमा विवाद: 'चीन की हरकतों को नजरअंदाज करना मुश्किल भरा'
राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को चीन की हरकतों से निपटने की तरकीब पता नहीं है...
भारत चीन सीमा विवाद: भारत-चीन सीमा पर पिछले लंबे समय से तनाव जारी है। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को चीन की हरकतों से निपटने की तरकीब पता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन की हरकतों को नजरअंदाज करने से भविष्य में मुश्किलें पैदा होंगी।
राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया, '' केंद्र सरकार को समझ नहीं आ रहा कि चीन से कैसे निपटा जाए। आज उसकी हरकतों को नज़रअंदाज़ करने से भविष्य में बड़ी मुश्किलें पैदा होंगी।''
रणदीप सुरजेवाला ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा
कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। बता दें कि हाल ही में दलाई लामा का जन्मदिन था, जिस दौरान केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को लेकर बुरी नीयत रखने वाले चीन ने लेह के देमचाेक में घुसपैठ कर धर्मगुरु दलाई लामा के तिब्बत की आजादी संबंधी गतिविधियों पर रोक लगाने की गीदड़भभकी दी। पूर्वी लद्दाख में गलवन में मुंह की खाने वाला चीन क्षेत्र में भारतीय सेना के मजबूत होने व तिब्बत के लोगों के संघर्ष से सुलग रहा है।
राहुल गांधी ने लगाए आरोप
राहुल गांधी ने जिस खबर का हवाला दिया था, उसमें दावा किया गया है कि डेमचोक इलाके में भारतीय सीमा के भीतर चीन की सेना ने टेंट लगा दिया है और दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच बातचीत के लिए अभी कोई तारीख तय नहीं हो सकी है।
राहुल गांधी ने शहीदों को याद किया
इसके साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने 'कारगिल विजय दिवस' पर शहीदों को याद किया। उन्होंने कहा, ''हमारे तिरंगे की गरिमा में अपनी जान देने वाले प्रत्येक सेनानी को दिल से श्रद्धांजलि। देश की सुरक्षा के लिए आपके व आपके परिवारों के इस सर्वोच्च बलिदान को हम हमेशा याद करेंगे। जय हिंद।
टकरावों को रोकने के लिए चीनी सेना ने सुझाए थे रास्ते
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर लगातार टकराव होते रहते हैं, मगर इन टकरावों को रोकने के लिए चीनी सेना के रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ने कुछ रास्ते सुझाए हैं। चीन सीना यानी पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के रिटायर्ड वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने सुझाव दिया है कि उनके देश और भारत को मौजूदा विश्वास बहाली उपायों का क्रियान्वयन करना चाहिए।