Yoga Day 2021: योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन Live देखें यहां

Yoga Day 2021 : भारत समेत पूरा विश्व योगा डे (Yoga Day) मना रहा है। सातवें योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सम्बोधित किया।

Newstrack :  Network
Published By :  Shivani
Update: 2021-06-21 00:57 GMT

Yoga Day 2021 : आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) हैं। भारत समेत पूरा विश्व योगा डे (Yoga Day) मना रहा है। सातवें योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi yoga day) ने देश को सम्बोधित किया। इस साल योगा डे की टीम 'योग फॉर वेलनेस' है, यानी शारीरिक और मानसिक कल्याण पर केंद्रित योगाभ्यास। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए और देश को सम्बोधित करते हुए योग के लिए प्रेरित किया।

बता दें कि कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर एक स्थान पर 20 लोग से अधिक शामिल नहीं हो सकते। कोरोना संक्रमण के चलते योग दिवस के मौके पर सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो रहे, ऐसे में लोग घर पर ही योग दिवस मना रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेता वर्चुअल माध्यम से देश को सम्बोधित करने के साथ ही ऑनलाइन ही योगा करते नजर आएंगे।

पीएम मोदी ने इस बाबत ट्वीट करके जानकारी भी दी। पीएम मोदी का संबोधन दूरदर्शन समेत कई चैनलों पर लाइव प्रसारित हुआ। इस कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल हुए। वहीं देश के अलग अलग स्थानों पर अपने अपने क्षेत्र के दिग्गज कार्यक्रम में शामिल हुए। 

पीएम मोदी को संबोधन Live

प्रधानमंत्री ने योग दिवस के मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि, आप सभी को सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है तो योग उम्मीद की एक किरण भी बना हुआ है।

-जब कोरोना के अदृष्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश, साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से, इसके लिए तैयार नहीं था। हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना।

Full View

-जब मैं फ्रंटलाइन वारियर्स और डॉक्टरों से बात करता हूँ तो वे मुझे बताते हैं कि उन्होंने योग को एक शील्ड बना दिया है जो वायरस से उन्हें बचाता है। डॉक्टर योग का इस्तेमाल खुद को बचाने के लिए ही नहीं अपने मरीजों की सुरक्षा के लिए भी करते हैं।

-जब कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से इसके लिए तैयार नहीं था। ऐसे समय में योग आत्मबल का बड़ा साधन बना। योग ने लोगों ने भरोसा जताया कि हम इस बीमारी से लड़ सकते हैं।


-महान तमिल संत श्री तिरुवल्लुवर जी ने कहा कि अगर कोई बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ, बीमारी की वजह क्या है वो पता करो, फिर उसका इलाज शुरू करो। योग यही रास्ता दिखाता है।

-भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है। इसीलिए, योग में फिजिकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना जोर दिया गया है।

-जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो। आज इस दिशा में भारत ने UN, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

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