Ghaziabad Crime News: गोली लगने के बाद भी घायल एजेंट ने सूझबूझ से बचाई अपनी जान, जानिए क्या है पूरा मामला
Ghaziabad Crime News: हाईवे से जा रहा था कलेक्शन एजेंट अचानक बदमाशों से सामना होने पर बहादुरी से खुद की जान बचाई। नकदी से भरा बैग लूटने में बदमाश कामयाब हो गए।
Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद के विजयनगर इलाक में कलेक्शन एजेंट ने बहादुरी दिखा कर बदमाशों से अपनी जान बचाई। रुपयों से भरा बैग छीनने आए बदमाश कलेक्शन एजेंट रविंद्र पर गोलियां चलाते रहे फिर भी रविन्द्र ने हिम्मत न हारते हुए अपनी जान बचाई। हालांकि रुपयों से भरा बैग ले जाने में बदमाश कामयाब रहे।
बता दें कि गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में प्राइवेट कंपनी के कलेक्शन एजेंट को तीन बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी। गोली लगी हालत में ही कलेक्शन एजेंट ने बदमाशों का जमकर मुकाबला किया। बदमाश एक के बाद एक कई गोलियां चलाते रहे। कलेक्शन एजेंट के पास मौजूद लाखों रुपए नकदी से भरा बैग लूटने में बदमाश कामयाब हो गए। हालांकि खुद की जान बचाने के लिए कलेक्शन एजेंट ने हाईवे के पास वाली सड़क से नीचे छलांग लगा दी। पुलिस मामले की छान बीन कर रही है। पुलिस को अभी कोई सुराग नहीं मिला है।
लाल कुआं से विजयनगर जा रहा था कलेक्शन एजेंट रविंद्र
बताया जा रहा है कि प्राइवेट कंपनी के कलेक्शन एजेंट का नाम रविंद्र है, जो गाजियाबाद के लाल कुआं इलाके से विजयनगर जा रहा था। उसके पास रुपयों से भरा हुआ बैग था। जैसे ही उसने हाईवे के पास से बाइक शांति नगर की तरफ मोड़ने की कोशिश की उसी दौरान बदमाश भी बाइक पर सवार होकर आ गए। बदमाशों की संख्या 3 थी। उन्होंने कलेक्शन एजेंट से बैग लूटने की कोशिश में गोलियां चलाई। चश्मदीद ने बताया कि एक के बाद एक कई गोलियां चलने की आवाज आई।
कलेक्शन एजेंट ने बदमाशों का जमकर मुकाबला भी किया। लेकिन बदमाश गोलियां चलाते रहे। इस बीच बैग भी लूट लिया बदमाश फरार हो गये। रविंद्र ने इस बीच खुद की जान बचाने के लिए हाईवे के पास वाली सड़क से नीचे की तरफ छलांग लगा दी। हो सकता है कि रविंद्र ऐसा ना करते तो बदमाश उन पर तब तक गोलियां चलाते रहते जब तक मौत ना हो जाती। इस बीच रविंद्र की उंगली और कंधे पर गोली लग चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रविंद्र को अस्पताल में एडमिट कराया है। पुलिस मामले में बदमाशों की तलाश कर रही है।
बदमाशों के हौसले बुलंद
एक व्यस्त हाईवे के पास बदमाश वारदात अंजाम देते हैं, और फिर फरार भी हो जाते हैं। लेकिन पुलिस को कुछ पता नहीं चलता है। हालांकि पुलिस दावा जरूर कर रही है, कि जल्द से जल्द बदमाशों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। वही रविंद्र अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहे हैं।