HIV से पीडि़त था परिवार, पिता ने बेटियों संग किया सुसाइड

Update: 2018-07-14 10:00 GMT

कुशीनगर: जिले में शनिवार की सुबह दुखद संदेश लेकर आई क्योंकि बीमारी से पीड़ित एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने रस्सी से झूलकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। जिले के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के बढ़वालिया गाँव मे हुए इस दुखद घटनाक्रम में मृत पाए गए परिवार के सदस्यों के बारे में एक गम्भीर जानलेवा बीमारी के चपेट में होने की बात कही जा रही है। चर्चा के मुताबिक बीते पच्चीस वर्षों से HIV की पीड़ा झेल रहे पिता ने जन्म से ही एड्स की चपेट में आ चुकी पीड़ित दो बेटियों के साथ मौत को गले लगा लिया। स्‍थानीय निवासियों ने बताया कि वह अपने दुखदायी जीवन से बहुत परेशान था। इतना ही नहीं इससे पहले मृतक की पत्‍नी भी पाँच वर्ष पूर्व ही इसी रोग के कारण मौत के मुँह में जा चुकी है। वर्तमान की उपजी स्थिति के बाद तीनों मृतकों के अंतिम संस्कार की समस्या पैदा हो गई है।

नौकरी के लिए मुम्बई गया था मुखिया

स्‍थानीयों के मुताबिक कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के बढ़वलिया खुर्द गाँव के रामनाथ सिंह (49) का वर्ष 1990 में मुम्बई रोजी-रोटी के चक्कर में जाना हुआ था। उसे वहाँ रहने के दौरान कब किस संगत से एड्स जैसे खतरनाक रोग ने अपने चपेट में ले लिया उसे पता भी नहीं चला। वहाँ से लौटकर वो अपने परिवार के साथ आराम से रहने भी लगा। बीमारी के बारे में जब तक पता चला तब तक पति पत्नी दोनों इस जानलेवा रोग के चपेट में आ चुके थे और घर मे दो बेटियों ने जन्म भी ले लिया था। आस-पड़ोस के लोग बताते हैं कि शरीर में कुछ समस्या सामने आने के बाद जब डॉक्टर से रामनाथ मिला तो एक -एक करके सभी के खून में एचआईवी के लक्षण पाए गए। सामाजिक लोकलाज के भय के बीच जीवन जीते इस परिवार का जीवन चलता रहा और बच्चे बड़े होते गए।

पाँच वर्ष पूर्व हुई थी पत्नी की मौत

रामनाथ सिंह की पत्नी सुगन्ति उर्फ विद्यावती लगभग पाँच साल पहले एचआईवी के कारण काल के गाल में समा चुकी हैं। ग्रामीणों के अनुसार एड्स के कारण ही उनकी मौत हुई थी।

पौ फटने के काफी देर बाद हुआ खुलासा

शनिवार को अपने मकान के अन्दर प्लास्टिक की रस्सियों के सहारे झूलकर मौत को गले लगाने वाले परिवार के तीनों सदस्यों की मौत की बात काफी देर बाद आम हो सकी। पड़ोस मे रहने वाले मृतक रामनाथ सिंह के भाई राम नरेश सिंह ने बताया कि सुबह 9 बजे के लगभग किसी काम से अचानक वो भाई रामनाथ के घर पर चले गए, दरवाजा खुला था और भीतर घुसते ही तीनों का शव रस्सी के फंदे से लटका हुआ था।

सूचना पर पहुँचे पुलिस के अधिकारी

एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मौत की सूचना आम होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पहले कुबेरस्थान थाने की पुलिस और फिर कुछ ही देर बाद पुलिस अधीक्षक समेत जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुँच गए। अधिकारियों ने गहनता से घर की छानबीन करने के बाद कुंडी के सहारे लटके तीनो शवों को बारी बारी से उतरवाया। सूत्रों की मानें तो पुलिस के अधिकारियों ने पूरे घर की तलाशी भी ली। जिसमें सभी सदस्यों की बीमारी से जुड़े कुछ कागजात मिलने की बात कही जा रही है। इसी आधार पर सभी के एड्स जैसी खतरनाक बीमारी के चपेट में आने की बात कही जा रही है। वैसे पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही वस्तु स्थिति सामने रखने की बात कह रही है।

अंतिम संस्कार का खड़ा हुआ संकट

मृतक पिता रामनाथ सिंह और उनकी दो बेटियों ज्योति (20) और रोली (15) की असमय रहस्मयी मौत के बाद फिलहाल तो पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है लेकिन इन तीनो शवों का अंतिम संस्कार कौन करेगा। इस समस्या को लेकर स्थानीय थाने की पुलिस खासी परेशान है। ऐसे हालात इसलिए सामने आये हैं क्योंकि परिवार में अब कोई जीवित सदस्य है ही नहीं। फिलहाल पुलिस मृतक के पट्टीदारी से जुड़े लोगों के मानमनौवल में लगी दिख रही है। ऐसा माना जा रहा है कि मृतक रामनाथ सिंह के पट्टीदारी के भाई राम नरेश सिंह ही शवों का अंतिम संस्कार करेंगे।

एसपी बोले- पीएम रिपोर्ट से होगा खुलासा

जिले के एसपी अशोक कुमार पांडेय ने घटनास्थल के निरीक्षण के बाद बताया कि प्लास्टिक की रस्सियों के सहारे तीनों शव लटके हुए मिले हैं। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही सही बात प्रकाश में आ सकेगी। लेकिन घर की स्थिति और मिले साक्ष्य के आधार पर ऐसा लगता है कि सभी लोग किसी गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे।

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