लखनऊ : जैसा बोया जाएगा वही काटा भी जाएगा, बात काफी पुरानी है लेकिन माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या पर फिट बैठती है। 14 वर्ष पहले बजरंगी के गुर्गों ने सुरक्षित मानी जाने वाली वाराणसी जेल में सभासद वंशी यादव को गोलियों से भून दिया था। बिल्कुल इसी तरह बागपत जेल में मुन्ना की भी हत्या हुई।
ये भी देखें : मुन्ना बजरंगी मर्डर: केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा पर आरोप, सीएम आवास पर शव रख होगा प्रदर्शन
आपको बता दें, बजरंगी के रंगदारी कारोबार को संभालने वाले अन्नू त्रिपाठी और बाबू यादव ने 13 मार्च 2004 को जेल में बंद पानदरीबा के सभासद रहे वंशी यादव की गोली मार हत्या की थी। बाद में अन्नू की भी हत्या इसी अंदाज में जेल के अन्दर हुई।
ये भी देखें :मुन्ना बजरंगी ही नहीं उसके गुर्गे अन्नू की भी जेल में हुई थी हत्या
सूत्रों बताते हैं, बजरंगी ने त्रिपाठी और यादव को जेल में असलहे उपलब्ध करा हत्याकांड को अंजाम दिलवाया था। उसे तब उम्मीद नहीं होगी कि उसके साथ भी ऐसा ही होगा।