कानपुर: पत्‍नी ने प्रेमी संग की थी दरोगा की हत्‍या, ये था उनका मास्‍टर प्‍लान

Update: 2018-07-07 12:44 GMT

कानपुर: जिले में बीते सोमवार को सजेती थाने परिसर में बने आवास पर एचसीपी पच्चा लाल का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला थाl दरअसल एचसीपी पच्चा लाल की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उनकी हत्या करायी थीl एचसीपी पच्चा लाल पत्नी और उसके प्रेमी के बीच रोड़ा बन रहे थे, प्रेमी का प्लान था कि एचसीपी को रास्ते से हटा देंगे और दोनों शादी कर लेंगे। पच्चा लाल की मौत के बाद बेटे को नौकरी मिल जाएगी और पत्नी को पेंशन मिलने लगेगीl पुलिस ने मृतक एचसीपी की पत्नी, प्रेमी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया हैl इस सनसनीखेज खुलासे से सभी सकते में हैंl

दरोगा की चाकू से गोदकर हुई थी हत्‍या

सजेती थाने में तैनात एचसीपी पच्चा लाल गौतम (58) का शव थाने परिसर में बने आवास पर पर मिला थाl चाकुओं से गोद कर बेरहमी से उनकी हत्या की गयी थी। दरअसल पच्चा लाल की हत्या 01 जुलाई 2018 की रात को हुई थीl जब वह 02 जुलाई 2018 को पूरे दिन नहीं दिखे तो थाने के मुंशी राजेश पाल शाम के वक्त एचसीपी के रूम में गए। वहां पहुंचकर अन्दर का नजारा देख कर हैरान रह गए। नग्न अवस्था में उनका शव पड़ा हुआ था और चारों तरफ खून फैला पड़ा थाl उनके शरीर पर दर्जनों चाकुओं के निशान थेl जब यह खबर पुलिस महकमे के आलाधिकारियों को हुई तो हडकंप मचा गया थाl

22 साल पहले हुई थी पहली पत्‍नी की मौत

शनिवार को एसएसपी अखिलेश कुमार मीणा ने घटना का खुलासा कियाl पच्चा लाल लाल मूल रूप से सीतापुर के राम कुंडा गाँव के रहने वाले थेl पच्चा लाल ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी की मौत 22 साल पहले हो चुकी थीl पहली पत्नी से दो लड़के थे, जो पैतृक गाँव में रह रहे हैंl पच्चा लाल 2003 में जनपद हरदोई के बेनीगंज थाने के अंतर्गत कल्याणमल चौकी में तैनात थेl

उसी दौरान पच्चा लाल की मुलाकात किरण देवी (39) से हुई थी। किरण देवी अपने पति को छोड़ चुकी थी और पच्चा लाल के संपर्क में आ गयीl वह एचसीपी के साथ रहने लगी थीl जब एचसीपी का हरदोई से ट्रांसफर हुआ तो वह किरण को भी अपने साथ ले आये और किरण को पत्नी मान लिया था और अपने साथ ही उसे रखने लगे थेl एचपीसी से किरण के एक बेटा थाl पच्चा लाल खुद सजेती थाने में तैनात थे और उन्होंने किरण को नवाब गंज में रखा थाl

दरोगा के यहां हुई थी प्रेमी से मुलाकात

किरनदेवी के प्रेमी जीतेन्द्र उर्फ़ महेंद्र यादव का पस्चा लाल के घर आना जाना थाl जीतेन्द्र रोडवेज में स्थायी ड्राइवर के पद पर था। घर आने जाने की वजह से जीतेन्द्र और किरण में प्रेम सम्बन्ध हो गए थेl जीतेन्द्र मूल रूप से औरया का रहने वाला था। जीतेन्द्र और किरण के बीच शारीरिक सम्बन्ध थेl पच्चा लाल को भी शक था कि जीतेन्द्र और किरण के बीच सम्बन्ध हैं। जब वह घर जाते थे तो किरण से इस बात को लेकर लड़ाई झगडा होता थाl

किरण और जीतेन्द्र ने पच्चा लाल को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया l किरन का प्लान था कि पच्चा लाल को रास्ते से हटा देंगे तो मुझे पेंशन मिलने लगेगीl इसके साथ ही बेटे को मृतक आश्रित में नौकरी मिल जाएगीl इसके लिए जीतेन्द्र ने अपने साथी निजाम अली से मुलाकात की। निजाम ने इस हत्या के लिए जीतेन्द्र की मुलाकात राघवेन्द्र उर्फ़ मुन्ना से मुलाकात कराईl राघवेन्द्र उर्फ़ मुन्ना ने पच्चा लाल की हत्या की सुपारी ली थीl सुपारी लेने वाला रिटायर्ड दरोगा का बेटा थाl

जीतेन्द्र ने बताया कि बीते 01 जुलाई 2018 को मैं और राघवेन्द्र उर्फ़ मुन्ना के साथ मिलकर पहले थाने की रेकी कीl पूरे माहौल को समझा इसके बाद शराब पी। इसके बाद हम दोनों पच्चा लाल की सब्जी काटने वाले चाकू से हत्या कर मौके से फरार हो गए थेl

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