बदमाशों की पुलिस को चुनौती, पत्रकार की गोली मारकर हत्या
एनडी तिवारी रोहनिया इलाके में लंबे समय से पत्रकारिता कर रहे। इस दौरान रियल स्टेट के धंधे में भी उन्होंने हाथ आजमाया।
वाराणसी: यूपी में दिन ब दिन अपराध बढ़ते जा रहे हैं। जहां बदमाश बेखौफ होकर कहर बरसा रहे हैं। न तो उनको पुलिस का डर है और न ही कानून का खौफ। ताजा मामला वाराणसी का है जहां बेखौफ़ बदमाशों ने वाराणसी के पत्रकार एनडी तिवारी को गोली मार दी। वहीं इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सोमवार की रात अज्ञात बदमाशों ने रोहनिया इलाके में पत्रकार एनडी तिवारी की गोली मार दी। एनडी तिवारी को कुल 5 गोलियां मारी गई। हालत बिगड़ने पर उन्हें बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर लाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
जमीन के धंधे से जुड़े थे एनडी तिवारी
एनडी तिवारी रोहनिया इलाके में लंबे समय से पत्रकारिता कर रहे। इस दौरान रियल स्टेट के धंधे में भी उन्होंने हाथ आजमाया। जिसकी वजह से कुछ लोगों से उनकी रंजिश हो गई। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से वह काफी परेशान चल रहे। उन्हें लगातार धमकियां भी मिली।
इसी बीच सोमवार की रात अज्ञात बदमाशों ने उन्हें उस वक्त गोली मार दी, जब वह शूल टंकेश्वर मंदिर से दर्शन कर वापस लौट रहे थे। गोली मरने के बाद बदमाश मिर्जापुर की ओर भाग निकले। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
शोक जगत में डूबा पत्रकार जगत
वारदात को किन लोगों ने अंजाम दिया है यह तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने उन्हें 5 गोलियां मारी। ट्रामा सेंटर में जैसे ही उन्हें लाया गया भीड़ लग गई। मौके पर आईजी एस के भगत समेत अधिकारी भी पहुंच गए और उन्होंने परिजनों से बात की। एनडी तिवारी की दो बेटियां और एक बेटा है। इस घटना के बाद बनारस की पत्रकारिता जगत में शोक की लहर छा गई। एक के बाद एक जिस तरीके से पूर्वांचल में पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है उससे लोगों में गुस्सा है।