सर मुंडाने पर शिक्षक अयोग्य तो सीएम क्यों कराते हैं हर तीसरे रोज मुंडन, शिक्षकों ने रखी ये मांग
शाहजहांपुर: यूपी सरकार की नीतियों के खिलाफ वित्तविहीन शिक्षकों की निंदा रैली शनिवार को शाहजहांपुर पहुंची। जहां पर वित्तविहीन शिक्षकों और उनके नेताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध और हंगामे साथ नारेबाजी की। वित्तविहीन शिक्षकों ने धमकी दी है कि अगर मानदेय देने की मांग पूरी नहीं की गई तो वित्तविहीन शिक्षक 2019 में सरकार को करारा जवाब जरूर देंगे।
ये है मामला
दरअसल एक महीने पहले मानदेय की मांग को लेकर लखनऊ में भारी धरना प्रदर्शन किया गया था। जिसमें वित्तविहीन शिक्षक संघ महिला की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने अपना सिर मुंडवा कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन किया था। वित्तविहीन शिक्षकों का आरोप है कि लखनऊ में धरने के दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। इसी के विरोध में वित्तविहीन शिक्षक प्रदेश के सभी जिलों में निंदा रैली ले जाकर सरकार की खिलाफत करेंगे। वित्तविहीन शिक्षकों का कहना है कि या तो प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने बयान के लिए माफी मांगे, नहीं तो प्रदेशभर के वित्तविहीन शिक्षक 2019 में बीजेपी को करारा जवाब देंगे।
सीएम का बयान अशोभनीय
शिक्षक विधायक संजय सिंह का कहना है कि शिक्षक दिवस से पहले शिक्षकों ने लखनऊ मे रैली का आयोजन किया था। तब मुख्यमंत्री के दूत आए और कहा कि हम मुख्यमंत्री से बात करा देंगे। लेकिन शाम हो गई और मुख्यमंत्री ने बात नही की। उसके बाद शिक्षक दिवस के दिन मानदेय वापस नहीं हुआ ओर हम लोगो ने सिर मुंडवा दिया। सबसे पहले रेनू मिश्रा ने सिर मुंडवाया तो मुख्यमंत्री का बयान आया कि सिर मुंडवाने वाले शिक्षक अयोग्य है। ये शिक्षक पूर्व जन्मों का संस्कार भूल गए हैं। पूर्व जन्मों का कर्म भोग रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि आप तो हर तीसरे दिन मुंडन करा रहे हैं। ऐसे अशोभनीय बयान के कारण हम पूरे उत्तर प्रदेश मे रैली निकालकर बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाएंगे। वरना मुख्यमंत्री सिर्फ मुंडवाने वाली रेनू मिश्रा को बुलायें और अशोभनीय बयान के लिए क्षमा मांगे।