Actor Nitish Bhardwaj : नीतीश भारद्वाज की पत्नी ने तोड़ी चुप्पी, सारे आरोपों को बताया मनगढ़ंत
Actor Nitish Bhardwaj : नीतीश भारद्वाज ने कुछ समय पहले अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले पर अब स्मिता का रिएक्शन सामने आया है।
Actor Nitish Bhardwaj : एक्टर नीतीश भारद्वाज ने कुछ समय पहले ही अपनी पत्नी स्मिता भारद्वाज पर आरोप लगाए थे। उनके आरोपों पर अब पत्नी स्मिता ने चुप्पी तोड़ी है और सभी बातों को झूठ और मनगढ़ंत बताया है। बता दें कि महाभारत में कृष्ण का किरदार निभाने वाले नीतीश ने अपनी इस पत्नी पर जुड़वा बेटियों देवयानी और शिवरंजनी से न मिलने देने और उनका अपहरण करने का आरोप लगा दिया था।
स्मिता का क्या कहना
इस मामले में स्मिता का कहना है कि वह मीडिया में बयान दे चुके हैं। मेरी चुप्पी का यह मतलब नहीं है कि मैं कमजोर हूं या फिर गलत हूं। कोई भी मां अपने बच्चों का अपहरण नहीं कर सकती है। सिर्फ मुझे बदनाम करने और मेरा उत्पीड़न करने के लिए किया गया है मैं कोर्ट के माध्यम से उन्हें सारी सूचनाएं देती हूं। इंदौर से ट्रांसफर होकर भोपाल शिफ्ट होने की सूचना भी मैं कोर्ट में दी थी। कोर्ट में यह भी बताया था कि बच्चे ऊटी में नहीं रहना चाहते हैं और मां के पास वापस भोपाल आ गए हैं। यह सारी बातें उनके वकील को उन्हें बताना चाहिए थी।
स्मिता ने यह भी कहा कि 6 फरवरी को फैमिली कोर्ट में तारीख थी और इस दौरान हम दोनों अनुपस्थित थे। मेरा वकील ने सूचित किया था कि बेटियां मेरे साथ भोपाल में है उनके पास घर का नंबर भी है जिस पर वह 2 सालों से फोन कर रहे हैं। उन्होंने कोई संपर्क नहीं किया और उनका कहना है कि मैं उनका मोबाइल फोन ब्लॉक कर रखा है। हम एक दूसरे से एसएमएस के माध्यम से बात करते हैं लेकिन उन्होंने सुनियोजित तरीके से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से समय लिया और फिर मेरी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई।
बच्चों से मीटिंग
स्मिता ने बताया कि यह सारी जानकारी मुझे पुलिस कमिश्नर से मिली है उन्होंने कहा है कि हम बच्चों से मिलवा देते हैं। उनके पास मिलने का अधिकार है लेकिन पूर्व सूचना दी जाती है। मैंने कहा कि बच्चों को घर पर मिल जाएंगे तो उनका कहना है कि मैं घर में कम नहीं रखूंगा। इस कमिश्नर ने पूछा की मीटिंग कहां होगी तो बोले कि मैं गेट के बाहर रहूंगा बच्चे गेट के अंदर इस पर भी सहमति बनी। उन्होंने कहा कि मेरे साथ पुलिस आएगी तो बच्चों से मिलने का यह कैसा तरीका हुआ। मेरी बेटियां और सहज महसूस कर रही थी वह विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं।
नहीं हुआ तलाक
स्मिता ने तलाक न होने की भी पुष्टि की है और बताया है कि दिसंबर 2020 में नीतीश ने एक बयान दिया जिसके चलते यह पता चला कि हमारा तलाक हो चुका है। इस मामले से सबसे ज्यादा मेरे बच्चे परेशान है। उन्होंने ना तो 9 सालों से बच्चों को फीस दी है और ना ही मेंटेनेंस का पैसा दिया है। कोर्ट का अंतिम आदेश है कि हर बच्चे के लिए ₹10000 महीना देने हैं लेकिन एक महीने के बाद उन्होंने कुछ भी नहीं दिया है। यह अदालत की अवमानना का मामला है। उनकी सहमति से यह धनराशि देना तय हुआ था। इसलिए चुप हूं क्योंकि हम डिग्निटी से जीना चाहते हैं। तलाक के कारण बताते हुए स्मिता ने कहा कि वह चाहते हैं कि मैं नौकरी छोड़ दूं।