Dilip Kumar: दमदार अभिनय से किया सबके दिलों पर राज, जानिए कैसे बन गए बॉलीवुड के ट्रेजडी किंग

Dilip Kumar: अपने पांच दशक के करियर के दौरान 60 फिल्मों में काम करने वाले दिलीप कुमार कभी देश के सिने प्रेमियों के दिलों पर राज किया करते थे और उन्हें बॉलीवुड का ट्रेजडी किंग कहा जाता था।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-07-07 07:28 GMT

दिलीप कुमार (पाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Dilip Kumar: लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे बॉलीवुड के दिग्गज नायक दिलीप कुमार का आखिरकार बुधवार को निधन (Dilip Kumar Death) हो गया। 98 वर्षीय दिलीप कुमार (Dilip Kumar Age) लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस दौरान उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड के साथ ही उनके फैंस में शोक की लहर फैल गई।

अपने पांच दशक के करियर के दौरान 60 फिल्मों में काम करने वाले दिलीप कुमार (Dilip Kumar Movies) कभी देश के सिने प्रेमियों के दिलों पर राज किया करते थे और उन्हें बॉलीवुड का ट्रेजडी किंग कहा जाता था। ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि दिलीप कुमार को बॉलीवुड का ट्रेजडी किंग (Dilip Kumar 'Tragedy King') क्यों कहा गया। बढ़ती उम्र के कारण दिलीप कुमार ने करीब 23 वर्षों पूर्व फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था। 1998 में आई फिल्म में किला दिलीप कुमार की आखिरी फिल्म थी।

1944 में शुरू हुई अभिनय यात्रा

दिलीप कुमार ने अपने करियर के दौरान कई फिल्मों में ऐसा दमदार अभिनय किया जिन्हें फिल्मी जगत कभी नहीं भूल सकता। दिलीप कुमार के साथ 'शक्ति' फिल्म (Shakti Film) में नजर आने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने भी उनकी अभिनय क्षमता का लोहा माना था। अमिताभ बच्चन का कहना था यदि कभी हिंदी सिनेमा के इतिहास को लिखा गया तो वह दो भागों में होगा। इसमें पहले भाग में दिलीप कुमार के पहले और दूसरे भाग में दिलीप कुमार के बाद के समय के इतिहास को लिखा जाएगा।

फिल्म शक्ति (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

दिलीप कुमार ने अपनी अभिनय यात्रा 1944 में आई फिल्म 'ज्वार भाटा' से शुरू की थी। इसके बाद 1949 में आई उनकी दूसरी फिल्म अंदाज ने उन्हें सबके बीच काफी लोकप्रिय बना दिया। अपनी पहली दोनों फिल्मों में दिलीप कुमार ने ऐसे नायकों की भूमिका निभाई जिसका जीवन दुखों से भरा हुआ है, जो अपने जीवन में विभिन्न प्रकार की मुसीबतों से संघर्ष कर रहा है।

बॉलीवुड में बनाई अलग पहचान

1951 में आई फिल्म 'दीदार' और 1955 में आई फिल्म 'देवदास' ने दिलीप कुमार को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचा दिया। ये दोनों फिल्में सिने प्रेमियों में जबर्दस्त हिट साबित हुई और इन दोनों फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता से दिलीप कुमार ने बॉलीवुड में अलग पहचान बना ली। दोनों फिल्मों के प्रसारण के बाद दिलीप कुमार के बारे में कहा जाने लगा कि ट्रेजडी रोल निभाने में दिलीप कुमार का कोई जवाब नहीं है।

मुसीबतों से भरे नायक के किरदार निभाना और उस किरदार में डूबकर हर किसी का दिल जीत लेना बॉलीवुड में दिलीप कुमार की सबसे बड़ी ताकत बन गया और इसी कारण उन्हें बॉलीवुड में ट्रेजडी किंग के नाम से जाने जाने लगा।

फिल्म 'दीदार' और फिल्म 'देवदास' (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

इस तरह मिला फिल्मों में काम करने का मौका

दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को मौजूदा पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुआ था। उनके बचपन का नाम मोहम्मद यूसुफ खान (Yusuf Khan) था। उनके पिता लाला गुलाम सरवर फल का कारोबार करते थे मगर देश विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई आकर बस गया। अपनी शुरुआती जिंदगी के दौरान दिलीप कुमार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पिता को व्यापार में जबर्दस्त घाटा लग जाने के कारण दिलीप कुमार पुणे की एक कैंटीन काम करने के लिए मजबूर हो गए मगर यही मजबूरी उनकी जिंदगी के लिए टर्निंग प्वाइंट बन गई।

पुणे की कैंटीन में काम करने के दौरान ही उस समय की लोकप्रिय अभिनेत्री देविका रानी और उनके पति हिमांशु राय की नजर दिलीप कुमार पर पड़ी और वे उन्हें साथ लेकर मुंबई आ गए और उन्हें बॉलीवुड में काम करने का मौका दिया। उन्होंने ही मोहम्मद यूसुफ खान की जगह उन्हें दिलीप कुमार का नया नाम दिया। इसके बाद दिलीप कुमार ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 25 साल की उम्र में ही वे देश के सबसे लोकप्रिय अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए।

मुग़ल-ए-आज़म में किया था सशक्त अभिनय

1949 में बनी फिल्म अंदाज में दिलीप कुमार ने पहली बार अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाया। इस फिल्म में उनके साथ राजकपूर ने भी काम किया था और यह फिल्म काफी हिट हुई। इसके बाद 1951 में आई 'दीदार' और 1955 में आई 'देवदास' जैसी फिल्मों मैं दिलीप कुमार के करियर में चार चांद लगा दिए।

दिलीप कुमार के करियर में एक और फिल्म की बहुत बड़ी भूमिका रही। 1960 में आई मुग़ल-ए-आज़म में दिलीप कुमार ने सलीम की भूमिका निभाई थी, जो अपनी प्रेमिका अनारकली के प्यार में बिल्कुल पागल रहता है। इस फिल्म में दिलीप कुमार ने अपने अभिनय से हर किसी का दिल जीत लिया। इस फिल्म में अकबर की भूमिका दिग्गज कलाकार पृथ्वीराज कपूर ने निभाई थी।

मुग़ल-ए-आज़म (फाइल फोटो- सोशल मीडिया) 

इन फिल्मों से जीता हर किसी का दिल

दिलीप कुमार ने जिन अन्य फिल्मों में हर किसी का ध्यान खींचा, उनमें 'शहीद', 'नया दौर', 'मधुमती', 'पैगाम', 'यहूदी', 'गंगा जमुना', 'राम और श्याम' तथा 'लीडर' जैसी फिल्में थीं, जिन्होंने दिलीप कुमार को स्वतंत्र भारत के पहले दो दशकों में लाखों युवा दर्शकों के दिलों की धड़कन बना दिया। अपनी फिल्मों में दिलीप कुमार कभी असफल प्रेमी के रूप में दिखे तो कभी मुसीबतों से लड़कर विजय हासिल करने वाले नायक के रूप में। अपनी हर भूमिका में उन्होंने इतना दमदार अभिनय किया कि हर कोई उनका दीवाना बन गया। शक्ति फिल्म में उन्होंने पहली बार महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम किया था और इस फिल्म में दोनों अदाकारों ने अपने सशक्त अभिनय से हर किसी का दिल जीत लिया था।

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