भगवान बना ये अभिनेता: मजदूरों के लिए कर दिया ऐसा काम, मिल रही दुआएं
कोरोना वायरस से जूझ रहे देश में संकट के इस दौर में मजदूरों की बहुत दुर्दशा है। लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों की दो समय की रोटी तक छीन ली है, मीलों का सफर तय करते-करते उनकी चप्पलें तक घिस गई, लेकिन अभी मंजिल तक नहीं पहुंच पाए।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जूझ रहे देश में संकट के इस दौर में मजदूरों की बहुत दुर्दशा है। लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों की दो समय की रोटी तक छीन ली है, मीलों का सफर तय करते-करते उनकी चप्पलें तक घिस गई, लेकिन अभी मंजिल तक नहीं पहुंच पाए। इन्ही मजदूरों के जीवन के सफर को आसान बनाने के लिए सरकार तो कोशिशें कर ही रही है, इसके साथ ही कई अन्य सेलेब्रिटीज भी इनकी मदद के लिए आगे आए हैं।
ये भी पढ़ें...सावधान: आ रहा तूफ़ान, सरकार ने जारी किया अलर्ट
घर जाने के लिए बस भेजी
इन हालातों में एक्टर सोनू सूद ने भी प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए हाथ आएग बढ़ाया है। पिछले दिनों उन्होंने कर्नाटक के मजदूरों को घर जाने के लिए बस भेजी थी। वहीं अब एक बार फिर से उन्होंने 3 राज्यों के प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का इंजाम किया है।
कुछ दिन पहले विरल भयानी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर इसकी जानकारी दी है. यहां पर सोनू सूद का एक वीडियो है, जिसमें वो मजदूरों को बिठाकर घर भिजवा रहे हैं और उन्हें खुशी-खुशी घर भेजते हुए बाय-बाय करते भी दिखाई दे रहे हैं।
आगे इस पोस्ट में बताया गया है कि- 'कर्नाटक के प्रवासी मजदूरों के लिए बस का इंतजाम करने के बाद एक्टर सोनू सूद ने उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए एक बार फिर से व्यवस्था की है। उन्होंने भावुक होकर ये भी कहा है कि वो एक-एक प्रवासी मजदूर को उसके घर पहुंचाने से पहले रुकेंगे नहीं'।
लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की सभी सीमाओं को बंद कर रखा है। इस पर सोनू ने अपनी एक दोस्त की मदद से सरकार से अनुमति ली है।
ये भी पढ़ें...दहला बेगुसराय: बीजेपी नेता की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या, 2 लोग गंभीर घायल
एक दर्जन बस रवाना करवाईं
जिसके बाद मुंबई के वडाला से उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार जैसे राज्यों के विभिन्न हिस्सों लिए शनिवार को सोनू ने करीब एक दर्जन बस रवाना करवाईं। इस दौरान वो पूरी तरह सारे नियमों का फॉलो करते दिखाई दिए।
वहीं सोनू ने प्रवासी मजदूरों की मदद करने की बीड़ा उठाने का वादा एक इंटरव्यू के दौरान किया था. उन्होंने कहा था कि 'प्रवासी मजदूर हमारे देश के दिल की धड़कन हैं, ये मेरा कर्तव्य है कि मैं उनकी मदद करूं।
आगे हम एसी में बैठकर सिर्फ ट्वीट नहीं कर सकते। मैं सुबह से लेकर शाम तक इन्हें घर पहुंचाने के लिए काम कर रहा हूं, मुझे इससे बेहद खुशी मिलती है'।
ये भी पढ़ें...अभी-अभी सेना ने मार गिराया हिज्बुल आतंकी: दूसरा निशाने पर, एक जवान शहीद