Maa Kaali Teaser Out: घोष फैमिली के साथ हुई दर्दनाक घटनाओं को बयां करती है फिल्म माँ काली, टीजर जारी
Maa Kaali Teaser Review In Hindi: आईएएस अभिषेक सिंह और रामसा सेन की बंगाली फिल्म Maa Kaali का दिल दहला देने वाला टीजर जारी, जानिए कैसी है फिल्म
Maa Kaali Movie 2024: बॉलीवुड व टॉलीवुड के बड़े पर्दे पर जल्द ही बंगाल की एक ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म रिलीज होने वाली है।16 अगस्त, 1946 की दर्दनाक घटनाओं पर आधारित फिल्म 'मां काली (Maa Kaali Movie) का टीजर जारी कर दिया गया है। यह फिल्म बंगाल की एक फैमिली (Ghosh family disappearance) की कहानी है, जिसे भारत व बंगाल के विभाजन के समय सांप्रदायिक हिंसा व काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। चलिए जानते हैं फिल्म माँ काली के बारे में अन्य जानकारियाँ
बंगाली फिल्म माँ काली टीजर जारी (Maa Kaali Movie Teaser Review In Hindi)-
बंगाली फिल्म माँ काली (Maa Kaali Movie) जिसमें 16 अगस्त 1946 में घोष फैमिली के साथ हुई दर्दनाक घटनाओं को दर्शाया जाएगा। इस फिल्म का टीजर जारी कर दिया गया है। फिल्म के टीजर में घोष परिवार की कहानी को दिखाया गया है। जो कि 16 अगस्त 1946 को गायब हो गए थे। फिल्म (Maa Kaali Movie) में भारत और बंगाल के विभाजन की दर्दनाक कहानी को बयां किया गया है। फिल्म का टीजर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर छा गया।
माँ काली फिल्म कास्ट (Maa Kaali Movie Cast)-
फिल्म माँ काली (Maa Kaali Moive) को डायरेक्ट Vijay Yelakanti ने किया है। तो वहीं इस फिल्म को को-प्रोड्यूस Vivek Kuchibotla ने किया है। इस फिल्म में मुख्य किरदार में अभिषेक सिंह व राइमा सेन हैं।
माँ काली मूवी कब रिलीज होगी (Maa Kaali Movie Release Date)-
फिल्म माँ काली जिसमें आईएएस अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) व राइमा सेन ( Raima Sen) मुख्य भूमिका में हैं। सूत्रों कि माने तो ये फिल्म 2024 के अंत में या 2025 की शुरूआत में रिलीज होगी। लेकिन फिल्म के मेकर्स ने अभी तक फिल्म के रिलीज को लेकर किसी प्रकार की जानकारी साझा नहीं की है।
क्या हुआ था 1946 में घोष फैमिली के साथ ( (Ghosh family disappearance Story)-
जब बंगाल में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे, तब उसका शिकार एक फैमिली हुई थी। जिसका नाम था घोष फैमिली (Ghosh Family 1946) इसके बारे में तब लोगो को पता चला जब इसकी खबर एक न्यूज पेपर में छपी थी। जिसमें लिखा था Gosh Family Disappeared Since 16 Aug 1946, ये उस समय की बात है, जब 1946 में भारत और बंगाल के विभाजन को लेकर हर तरफ सांप्रदायिक हिंसा फैली हुई थी। इस सांप्रदायिक हिंसा को 1946 में द वीक ऑफ द लॉन्ग नाइव्स (The Week of the Long Knives) के नाम से जाना जाता है। जिस समय महीनों तक घोष फैमिली (Ghosh Family 1946) को क्रूरता का सामना करना पड़ा था। इस हिंसा और अराजकता के बीच घोष परिवार की पहचान ही मिट गई थी। अब जाकर इसपर फिल्म बनाया जा रहा है।