बॉलीवुड में बाहर से होने पर कैसी हो जाती है जिंदगानी, जानिए सोनू सूद की जुबानी
नई दिल्ली: मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता सोनू सूद ने फिल्म 'शहीद-ए-आजम' (2002) से बॉलीवुड में आगाज किया। वह फिल्म 'कुंग फू योगा' में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर अभिनेता जैकी चेन के साथ काम कर सुर्खियां बटोर चुके हैं। उनका कहना है कि यहां तक का सफर उन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर तय किया।
सोनू ने यह पूछे जाने पर कि क्या फिल्म उद्योग में शुरुआत करते समय उन्हें किसी तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने बताया, "जब मैं फिल्म उद्योग में शामिल हुआ, तो निश्चित रूप से मुझे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जब आप बाहर से (फिल्मी परविार से नहीं होना) होते हैं, तो कोई भी आप से नहीं मिलना चाहता, कोई भी आपकी बात नहीं सुनना चाहता और आपका काम नहीं देखना चाहता।"
उन्होंने कहा, "ऐसे में उस समय कोई भी काम के बजाय सही अवसर मिलने को लेकर चिंतित रहता है। मुझे लगता है कि इस मुश्किल हालात से हर नवोदित कलाकार गुजरता है। मैंने भी इसका सामना किया है।"
सोनू (42) का मानना है कि हर किसी को जीवन में अपने हिस्से के संघर्ष का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने अपने सफर को सुखद बताया।
फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' के अभिनेता ने दक्षिण की फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने कहा कि बाहरी होने के बावजूद उनका सफर अच्छा रहा है।
सोनू ने काह कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कितने सफल हैं, बल्कि वह अपने काम में हमेशा 100 फीसदी देने का प्रयास करते हैं।
वह अब ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु पर फिल्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
सोनू ने बताया कि अभी फिल्म की पटकथा अंतिम चरण में हैं। मुख्य भूमिका के लिए कई नामों पर विचार हो रहा है।
अभिनेता फिलहाल एक तेलुगू और जे. पी. दत्ता की 'पलटन' सहित तीन हिंदी फिल्मों में भी काम कर रहे हैं।