Fact Check: कोरोना में 'आयुष 64' दवा फेल ? जानिए पूरी सच्चाई
कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के भ्रामक मैसेज वायरल होते रहते हैं...
Fact check : सोशल मीडिया में इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि आयुष-64 दवा कोरोना महामारी में सफल नहीं रही है। इस वायरल मैसेज की जब PIB ने जांच की तो, यह रिपोर्ट गलत पाया।
वायरल मैसेज की जांच की गई
वायरल मैसेज फर्जी है इस खबर में कितनी सच्चाई है यह देखने के लिए जब इसकी जांच की गई, तो यह वायरल मैसेज गलत बताया गया है। PIB ने अपनी जांच में पाया की यह वायरल मैसेज fake news है। इसपर भरोसा न करें।
गलत है यह दावा
PIB ने अपनी जांच में कहा है कि यह दावा भ्रामक है। हल्के और मध्यम कोरोना संक्रमण में मरीज की देखभाल में आयुष-64 प्रभावी है। इस फार्मूले की प्रभावकारिता क्लीनिकल ट्रायल में भी साबित हुई है। ऐसे में ये दावा पूरी तरह से गलत है।
सरकार ने इस पर क्या कहा था?
चिकित्सा, स्वास्थ्य व आयुर्वेद मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना को लेकर कई भ्रामक मैसेज लोगों को भेजे जा रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है। आप लोग इसके झांसे में न आए। आयुष-64 कोरोना को खत्म करने में पूरी तरह से कारगर है। आयुष 64 दवा हल्के और मध्यम कोविड संक्रमण के रोगियों के लिए आशा की एक किरण है। इसका क्लीनिकल परीक्षण भी किया गया है, जिसमें यह सही दावा के रूप में आया है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
PIB ने लोगों को सतर्क रहने की भी सलाह दी है। लोगों से अपील करते हुए PIB ने कहा है कि इस तरह के मैसेज से आप सभी बचें, ऐसी भ्रमित मैसेज को आगे फॉरवर्ड भी न करें। यूट्यूब पर ऐसी फेक खबर दिखाकर लोग अपना व्यूज और लाइक बढ़ाना चाहते हैं। ऐसे किसी भी खबर को सच नहीं मानना चाहिए। अगर आपके पास भी ऐसी कोई भी खबर आए, तो इसकी जांच जरूर करें। सरकार की योजना वाली साइट पर जाकर इसकी जांच पड़ताल करें तभी सच मानें।