झटके में खाली होगा अकाउंट: हो जाएं सावधान न करें गलती
जो ऐप मनोरंजन के लिए इतने बड़े स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है वह अब खतरनाक हो चुका है। इसमें टिकटॉक का चाइनीज अवतार डोइन भी शामिल है। लेकिन इस पॉपुलैरिटी के बीच टिक-टॉक पर सवाल भी उठ रहे हैं।
नई दिल्ली: आजकल मोबाइल हर आदमी की जरूरत बन गया है। जरूरत के साथ-साथ मनोरंजन का एक बेहतरीन साधन भी बन गया है। विश्व में जितने लोग मोबाइल प्रयोग करते हैं उससे कहीं ज्यादा मोबाइल प्रयोग करने वाले लोगों की संख्या भारत में है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में टिक टॉक के लगभग 30 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं यहां हम बात कर रहे हैं मोबाइल में प्रयोग होने वाले ऐप की।
बता दें कि भारत में जिस तरह मोबाइल प्रयोग होता है उसी प्रकार चर्चित वीडियो ऐप टिक-टॉक बहुत लोकप्रिय है जोकि एक बार फिर सुर्खियों में हैं। भारतीय युवाओं में काफी फेमस टिक टॉक ऐप को 30 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है, भारत में यह सबसे ज्यादा डाउनलोड किए गए ऐप्स में से एक है।
अकेले अमेरिका में केवल 11 करोड़ से ज्यादा लोग यह ऐप प्रयोग करते हैं
यह ऐप सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी इस ऐप को काफी पसंद किया जाता है, अकेले यूएस में इस ऐप को 11 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। विश्व का सबसे ताकतवर देश अमेरिका को अब टिक टॉक से खतरा महसूस होने लगा है। वहां के दो सांसदों ने सरकार से टिक टॉक की सुरक्षा जांच कराए जाने की मांग की है।
टिक-टॉक ऐप के जरिये हैकर्स जुटा रहे हैं यूजर की जानकारी
लेकिन जो ऐप मनोरंजन के लिए इतने बड़े स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है वह अब खतरनाक हो चुका है। इसमें टिकटॉक का चाइनीज अवतार डोइन भी शामिल है। लेकिन इस पॉपुलैरिटी के बीच टिक-टॉक पर सवाल भी उठ रहे हैं। अमेरिका में यूजर डेटा के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई जा रही है और इजरायल के साइबर सिक्योरिटी फर्म चेक पॉइंट ने हैकिंग के गंभीर खतरे बताए हैं।
ये भी देखें: जानिए कब नहीं करना चाहिए सेक्स, हो सकता है भारी नुकसान
हैकर्स ऐसे करते हैं यूजर की जानकारी का इस्तेमाल
एक शोध के अनुसार हैकर्स ऐप का इस्तेमाल करने वाले यूजर की जानकारी जुटाने के बाद उनके मोबाइल पर एक संदेश भेजते हैं। ये संदेश ऐसे लगता है कि ये टिक टॉक से आया है। जैसे ही कोई व्यक्ति इस मैसेज को देखता वो क्लिक करता है। और क्लिक करने के बाद हैकर्स यूजर का बैंक एकाउंट को हैक कर लेता है। इसके अलावा यूजर के निजी फोटो और विडियो भी सार्वजनिक कर देते हैं।
टिक टॉक को लेकर सुरक्षा का यह सवाल उस समय भी उठे थे, जब हॉन्ग कॉन्ग के राजनीतिक आंदोलन को टिकटॉक ने अपने प्लेटफॉर्म पर आने से रोक दिया था। अब टिक टॉक ने साफ किया है कि वह किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी, नफरत फैलाने के कैंपेन या फिर राजनीतिक अभियान को जगह नहीं देगा।
ये भी देखें: ‘तेरे नाम’ की भिखारन: आज है सुंदरता की देवी, देख के दंग रह जाएंगे आप
क्या है टिक-टॉक
एक चाइनीज वीडियो ऐप है जिसमें लोग छोटी-छोटी वीडियो बनाकर लोगों का मनोरंजन करते हैं। इस ऐप के जरिये लोग 15 से 30 सेकेंड की वीडियो बनाते हैं और वह शेयर करते हैं। भारत में यह ऐप तेजी से लोकप्रिय हुआ है, हमारे देश में इसके 200 मिलियन यूजर्स हैं वहीं पूरी दुनिया में टिक टॉक को 50 करोड़ बार डाउनलोक किया गया है। अमेरिका में भी बड़ी संख्या में इसके यूजर्स हैं, यह लोग अब अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं। वहां मांग की जा रही है कि टिक टॉक की सुरक्षा जांच कराई जाए और अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे बैन किया जाए।