Goa Election 2022: गोवा में दिल्ली मॉडल के सहारे चुनाव जीतने की तैयारी में आप, जानिए क्या है आप का प्लान

केजरीवाल गोवा में कहा कि अगर कोई कांग्रेस से जीतता है तो वो फिर भाजपा में शामिल हो जाएगा। इस तरह कांग्रेस को वोट देने से अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को ही फायदा होगा।

Published By :  Bishwajeet Kumar
Written By :  Krishna
Update: 2022-02-03 16:39 GMT

अरविन्द केजरीवाल

Goa Election 2022 : देश के पांच राज्यों में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है। इनमे देश का सबसे छोटा लेकिन खुबसूरत राज्य गोवा भी शामिल है। 2022 का विधानसभा चुनाव गोवा में बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। अमूमन यहां की लड़ाई बीजेपी (BJP) बनाम कांग्रेस (Congress) और उनके सहय़ोगियों के बीच रही है। लेकिन इस बार गोवा से दूर कुछ राज्यों के मजबूत क्षत्रप अपनी पार्टी को देश के सियासी नक्शे पर फैलाने के लिए यहां के चुनावी समर में कूद पड़े हैं।

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और तृणमुल कांग्रेस (Trinamool Congress) दो ऐसी पार्टियां जिसे मोदी-शाह की बीजेपी तमाम कोशिशों के बावजूद सत्ता से बेदखल नहीं कर पाई। यही वजह है कि वो गोवा के जरिए बीजेपी को एक बड़ा झटका देने के साथ साथ अपना दायरा बढ़ाने की भी कोशिश कर रहे हैं। बात करें आम आदमी पार्टी की तो वो गोवा में दूसरी बार किस्मत आजमाने जा रही है। पिछली गलतियों से सीख लेते हुए पार्टी ने एक मजबूत रणनीति बनाई है।

आप की रणनीति

चुनाव प्रचार के लिए गोवा पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वो कांग्रेस को वोट न दें, कांग्रेस को वोट देने का मतलब है कि अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को वोट देना। केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर कोई कांग्रेस से जीतता है तो वो फिर भाजपा में शामिल हो जाएगा। इस तरह कांग्रेस को वोट देने से अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी को ही फायदा होगा। गोवा में केवल दो पार्टी के बीच ही चुनाव हो रहा है। एक है सत्ताधारी बीजेपी औऱ दूसरी आम आदमी पार्टी। अगर बीजेपी को हराना है तो आप को ही वोट देना होगा।

दरअसल केजरीवाल 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी में हुई जबरदस्त तोड़फोड़ की तरफ इशारा कर रहे हैं। कांग्रेस ने 2017 में बीजेपी की 12 सीटों के मुकाबले 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन पार्टी के पास आज केवल दो विधायक बचे हैं। थोक के भाव में धीरे-धीरे कांग्रेस के विधायक बीजेपी मे शामिल हो गए। इनमे कई तो कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं। यही वजह है कि आप बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस को कमजोर बता अपने पक्ष में लामबंद करना चाहती है।

केजरीवाल का दिल्ली मॉडल

आम आदमी पार्टी के संयोजक औऱ दिल्ली के मुख्यमंत्री गोवा में भी दिल्ली मॉडल (Delhi Model) के जरिए चुनाव जीतना चाहते हैं। केजरीवाल जब 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे तब वो मतदाताओं को ये ऐहसास कराने में कामयाब रहे कि अगर बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना है तो कांग्रेस के बजाय उन्हें वोट दें। वो खुलकर टेलीविजन इंटरव्यू औऱ अपनी रैलियों में बोलते थे। जिसका परिणाम ये हुआ कि कांग्रेस का लगभग वोट आम आदमी पार्टी के खाते में शिफ्ट हो गया। कभी दिल्ली में 15 सालों तक लगातार राज करने वाली कांग्रेस वहां शून्य पर पहुंच गई। अब केजरीवाल अपने इसी सफल सियासी मॉडल के जरिए गोवा का किला भेदना चाहते हैं। दिल्ली सीएम की नजर कांग्रेस के वोटों पर है जो कांग्रेस की कमजोरी से परेशान होकर बीजेपी के खिलाफ मजबूत विकल्प के तलाश में है। अगर आम आदमी पार्टी दिल्ली वाला दांव यहां भी आजमाने में सफल हो जाती है तो यह छोटा औऱ खुबसूरत राज्य कांग्रेस के लिए केवल एक हॉलीडे डेस्टिनेशन रह जाएगा। 

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