मनोहर पर्रिकर के बेटे के तेवर में नरमी नहीं, BJP से तनातनी बढ़ी, टिकट की घोषणा से पहले ही शुरू किया प्रचार

उत्पल गोवा विधानसभा चुनाव में पणजी सीट से टिकट के दावेदार है मगर भाजपा की ओर से अभी तक उनके नाम की घोषणा नहीं की गई है।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-01-17 12:34 IST

Goa Assembly Election 2022: पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और भारतीय जनता पार्टी के बीच बात लगातार बिगड़ती जा रही है। उत्पल गोवा विधानसभा चुनाव में पणजी सीट से टिकट के दावेदार है मगर भाजपा की ओर से अभी तक उनके नाम की घोषणा नहीं की गई है। टिकट की घोषणा से पूर्व ही उत्पल ने क्षेत्र में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। उत्पल के बागी तेवर को देखते हुए पार्टी उहापोह में फंसती नजर आ रही है।

दूसरी ओर गोवा चुनाव में पार्टी के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि किसी नेता के बेटे होने का होने मात्र से ही कोई टिकट का हकदार नहीं हो जाता। ऐसे में उत्पल और भाजपा के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है।

इस बीच आम आदमी के पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्पल को आप में शामिल होने का खुला निमंत्रण दे दिया है। मनोहर पर्रिकर एक जमाने में गोवा में भाजपा का चेहरा रहे हैं और उन्हें राज्य का काफी लोकप्रिय मुख्यमंत्री माना जाता रहा है। ऐसे में उनके बेटे की बगावत राज्य में भाजपा को सियासी नुकसान पहुंचा सकती है।

पणजी सीट पर रहा है मनोहर पर्रिकर का दबदबा

गोवा विधानसभा की पणजी सीट पर लंबे समय तक मनोहर पर्रिकर का दबदबा रहा। उन्होंने करीब दो दशक तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। अब इस सीट पर उनके बेटे उत्पल पर्रिकर ने दावा ठोका है।

पार्टी की ओर से अभी तक इस सीट पर टिकट की घोषणा नहीं की गई है मगर उससे पहले ही उत्पल ने क्षेत्र में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है और वे घर-घर मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं। इससे समझा जा सकता है कि उन्होंने टिकट न मिलने पर भी इस सीट से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। वे सीट को लेकर कोई भी समझौता करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।

फडणवीस को दिया उत्पल ने जवाब

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और गोवा के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने हाल में पार्टी का रुख पूरी तरह साफ कर दिया था। उनका कहना था कि मनोहर पर्रिकर या किसी और नेता का बेटा होने मात्र से ही कोई व्यक्ति टिकट का हकदार नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि गोवा में भाजपा को मजबूत बनाने में मनोहर पर्रिकर ने बड़ी भूमिका निभाई थी मगर टिकट के लिए कई अन्य बिंदुओं पर भी विचार करना जरूरी होता है।

फडणवीस के इस बयान से भी उत्पल काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि गोवा में जिस तरह की राजनीति की जा रही है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। चुनाव में केवल जिताऊ होना ही बड़ी बात नहीं है बल्कि ईमानदारी और स्वच्छ छवि पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति को टिकट दिया गया तो मैं चुप बैठने वाला नहीं हूं। दरअसल उनका निशाना मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेराट की ओर है जिन्होंने 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। अतानासियो के खिलाफ पूर्व में कई मामले दर्ज रहे हैं।

केजरीवाल ने दिया आमंत्रण

उत्पल पर्रिकर का साफ तौर पर कहना है कि आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति को भाजपा की ओर से टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अतानासियो के खिलाफ 2008 में दंगा भड़काने और रेप मामले में केस दर्ज किया गया था।

ऐसे व्यक्ति से पार्टी को दूरी बनानी चाहिए। पार्टी की ओर से टिकट की घोषणा से पहले ही उत्पल ने डोर टू डोर कैंपेन भी शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने पिता मनोहर पर्रिकर के साथियों के साथ भी संपर्क साधा है। इस बीच आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यदि उत्पल आप में आना चाहे तो पार्टी उनका स्वागत करेगी। केजरीवाल के बयान ने गोवा की सियासत और गरमा दी है

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