Goa Election 2022: मनोहर पर्रिकर के बेटे ने किया बड़ा ऐलान, बीजेपी को लेकर कही ये बात

Goa Election 2022: मनोहर पर्रिकर (Manohar Parikar Son Utpal parikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया। पणजी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़कर पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे उत्पल पर्रिकर ।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-01-21 15:42 GMT

Manohar Parikar and Utpal Parikar

गोवा विधानसभा चुनाव 2022. देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में इन दिनों सियासी सरगर्मी तेज है। अपने मनोरम तटों को लेकर दुनियाभर के सैलानियों को आकर्षित करने वाला यह खुबसूरत तटीय राज्य इन दिनों विधासभा चुनाव को लेकर चर्चा में है। सत्तारूढ़ बीजेपी औऱ विपक्षी कांग्रेस के अलावा आप औऱ टीएमसी जैसी गोवा की गैर परंपरागत पार्टियां भी सियासी जोड़तोड़ में जुटी हुई है। इन सबके बीच बीते 10 सालों से राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी हैट्रिक लगाने की कोशिशों में जुटी हुई है। हालांकि उसके इन कोशिशों को अपने ही पलीता लगाने में जुटे हुए हैं।

बागी हुए जुनियर पर्रिकर (Manohar Parikar son Utpal parikar)


पूर्व रक्षामंत्री औऱ गोवा के तीन बार के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने बगावत का झंड़ा बुलंद कर दिया है। अपनी पिता की सीट पणजी से टिकट मांग रहे उत्पल ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। बीजेपी के गोवा प्रभारी औऱ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से वार्ता असफल रहने के बाद उन्होंने ये ऐलान किया। अपने निर्दलीय उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए उत्पल पर्रिकर ने कहा कि वह समय आ गया है कि मैं मूल्यों के लिए स्टैंड ले सकूं। बकौल पर्रिकर मैंने इस चुनाव और पिछले चुनाव में भी पार्टी को समझाने की कोशिश की थी, यहां न केवल मुझे लोगों का समर्थन प्राप्त है बल्कि स्थानीय पार्टी कार्यकता भी उनका समर्थन करते हैं। इसके बाद भी उन्हें पणजी से टिकट नहीं दिया गया। जुनियर पर्रिकर ने भाजपा उम्मीदवार के बाबुश मोनसेराटे के दागदार छवि पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल दो साल पहले पार्टी शामिल हुए शख्स को टिकट दे दिया गया। उत्पल पणजी सीट से चुनाव जीतकर राज्य में अपने पिता की सियासी विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

बीजेपी को हो सकता है नुकसान

दिवंगत मनोहर पर्रिकर गोवा की राजनीति में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता थे। 25 सालों तक पणजी विधानसभा से चुनाव जीतने वाले पर्रिकर ने तीन बार राज्य में भाजपा सरकार का नेतृत्व किया। सादा जीवन शैली और लो प्रोफाइल को लेकर जनता में खासे मशहूर मनोहर पर्रिकर का करिश्माई नेतृत्व ही थी कि जब 2017 विधानसभा चुनाव में बूरी तरह हारने वाली बीजेपी अपनी सत्ता बचाने में कामयाब रही। यही वजह है कि पर्रिकर परिवार की नाराजगी आगामी चुनाव में बीजेपी को भारी पड़ सकती है। दिवंगत शीर्ष नेता के बेटे के साथ ये बर्ताव बीजेपी के कार्यकर्ताओं को हत्तोसाहित कर सकता है। दरअसल बीजेपी के मौजूदा प्रत्याशी बाबुश मोनसेराटे मनोहर पर्ऱिकर के बड़े विरोधी रहे हैं। 2019 में पर्ऱिकर के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीतकर भाजपा की इस परंपरागत सीट को छिन लिया था। हालांकि बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गए। उनकी पत्नी भी मौजूदा भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री है। बीजेपी में मनोहर पर्रिकर के विरोधी को मिल रही इस तव्जजो ने पर्रिकर परिवार की पीड़ा को और बढ़ा दिया है। गोवा में जबरदस्त एंटी इनकमबेंसी का सामना कर रही बीजेपी के लिए पर्रिकर परिवार की नाराजगी भारी पड़ सकती है।

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