Goa Election 2022: शरद पवार की नजर चुनाव बाद सरकार बनवाने पर
Goa Election 2022 : पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक, एनसीपी के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने विश्वास व्यक्त किया है कि उनकी पार्टी चुनाव के बाद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
Goa Election 2022 : गोवा के चुनावी मैदान में शरद पवार की एनसीपी ने थोड़ी देर से एंट्री की है। एनसीपी की नजर अपनी टैली बढ़ाने और चुनाव बाद सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर है। 2017 में एनसीपी के एक विधायक था और इस बार पार्टी इस संख्या को कम से कम तीन तक ले जाने पर फोकस कर रही है।
एनसीपी, पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) सरकार का हिस्सा है। वह गोवा में 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिवसेना(Shivsena) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़कर एनसीपी गोवा में अपनी महाराष्ट्र वाली साझेदारी की नकल कर रही है। शिवसेना ने 10 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं।
प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में जल संसाधन मंत्री थे
2017 में इसके उम्मीदवार चर्चिल अलेमाओ बेनौलिम से चुने गए थे। हाल ही में अलेमाओ ने अपनी निष्ठा बदल कर ममता का दामन थाम लिया है। 2022 के चुनावों के लिए प्रमुख एनसीपी उम्मीदवारों में फिलिप नेरी रोड्रिग्स शामिल हैं, जो हाल तक प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में जल संसाधन मंत्री थे। इसके अलावा पूर्व मंत्री मिकी जेवियर पाचेको भी हैं जो कांग्रेस का टिकट न मिलने पर एनसीपी में आ गए हैं।
'10 मार्च के परिणाम के बाद महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को तैयार'
पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक, एनसीपी के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो (Clyde Crasto) ने विश्वास व्यक्त किया है कि उनकी पार्टी चुनाव के बाद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे उम्मीदवार दुर्जेय हैं और उन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया है। हम निश्चित रूप से एक गैर-भाजपा सरकार बनाने के लिए 10 मार्च के परिणाम के बाद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
जिन सीटों पर राकांपा जीतने की उम्मीद कर रही है, उनमें वेलिम है जहां से रोड्रिग्स उम्मीदवार हैं, बेनौलिम जहां पाचेको चुनाव लड़ रहे हैं और नवेलिम जहां से उसके उम्मीदवार रेहान मुजव्वर हैं। राज्य एनसीपी प्रमुख जोस फिलिप डाबोलिम से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि प्रियोल से दिग्विजय वेरलेकर और शिरोडा में डॉ सुभाष प्रभु देसाई उम्मीदवार हैं।
बहुकोणीय मुकाबले
सभी सीटों पर कांग्रेस, आप, टीएमसी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ बहुकोणीय मुकाबला होना तय है। शिवसेना ने मूल रूप से चुनावों में 11 उम्मीदवार खड़े किए थ। लेकिन दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर के पक्ष में अपने पणजी उम्मीदवार की उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है। यहां से उत्पल निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने स्वीकार किया है कि गोवा मके चुनावी संग्राम में बहुत भ्रम है। भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस,आप और अन्य दल हैं। ऐसी स्थिति में एनसीपी और शिवसेना ने सोचा है कि भले ही हम सरकार बनाने की स्थिति में न हों, हमारे पास सम्मानजनक संख्या में सीटें होंगी और हम सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।