Election Results: गोवा में तृणमूल बन सकती है 'किंगमेकर'

Goa Election Result 2022: गोवा में खंडित जनादेश मिला तो तृणमूल के पास 'छोटे खिलाड़ी' के रूप में बड़े खेल का मौका होगा।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  aman
Update:2022-03-09 14:26 IST

TMC

Goa Election 2022 : गोवा (Goa) में अगर खंडित जनादेश आता है, तो 'छोटे खिलाड़ी' किंगमेकर के रूप में उभर सकते हैं। इन खिलाड़ियों में ममता दीदी की तृणमूल सबसे आगे हो सकती है। राज्य का भाग्य तृणमूल-एमजीपी गठबंधन और निर्दलीय जैसे छोटे दलों पर निर्भर करेगा, जो 40 सदस्यीय विधानसभा में किंगमेकर के रूप में उभर सकते हैं।

तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव बाद के परिदृश्य पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन गोवा में पार्टी के नेता कह रहे हैं कि लोग बदलाव चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस वह विकल्प नहीं दे पा रही है और परिणाम यह साबित करेंगे। गोवा में हमारा गठबंधन नतीजे आने के बाद कार्रवाई की दिशा तय करेगा।

तृणमूल कांग्रेस गोवा में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठबंधन में है। राजनीतिक जानकारों का कहना है, कि तृणमूल नेता इस बारे में निश्चित नहीं हैं कि एमजीपी किस दिशा में आगे बढ़ेगी। क्योंकि, पार्टी का झुकाव भाजपा की ओर है और तृणमूल बीजेपी के किसी भी कदम का समर्थन नहीं करेगी। तृणमूल किसी भी कदम के बारे में चुप्पी साधे हुए है और कहती है कि, परिणाम आने पर ही पार्टी तय करेगी कि उसे क्या करना है। क्योंकि, वह भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी पर है।

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लुईजिन्हो फलेरियो ने कहा, कि 'पार्टी ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक ऊंची छलांग लगाई है।' त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में कांग्रेस गोवा में छोटे दलों तक पहुंच बनाएगी। कांग्रेस ने कर्नाटक पार्टी प्रमुख डी.के. शिवकुमार गोवा में चुनाव बाद के कार्यों की निगरानी के लिए जमे हुए हैं। कांग्रेस छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए भाजपा के प्रयासों से सावधान हैं। पार्टी के पास आशंकित होने का कारण है, क्योंकि 2017 में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी थी। तब पार्टी दिगंबर कामत और लुइजिन्हो फलेरियो के बीच मुख्यमंत्री बनने का फैसला नहीं कर सकी और भाजपा ने मौके का फायदा उठा लिया था। अब फलेरियो तृणमूल में चले गए हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व तृणमूल, राकांपा और आम आदमी पार्टी जैसे दलों तक हाथ बढ़ाएगा, जबकि शिवकुमार विधायकों से अलग-अलग बात करेंगे और राज्य में कांग्रेस के कुनबे को संभालने की कोशिश करेंगे।

कांग्रेस के सूत्रों ने कहा है, कि शिवकुमार तीन दिनों के लिए गोवा में डेरा डालने जा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले विधानसभा चुनावों में सरकार बनाने का मौका चूकने वाली पुरानी पार्टी फिर से वही गलतियां न करे। सूत्रों ने बताया, कि शिवकुमार नई सरकार बनने तक गोवा में ही रहेंगे।

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