गोवा में दलबदल का बड़ा खतरा, कांग्रेस ने तालाबंदी की

Newstrack Exit Poll: गोवा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बारे में एग्जिट पोल त्रिशंकु सदन की संभावना जता रहे हैं।

Report :  Neel Mani Lal
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-03-08 18:32 IST

Newstrack Exit Poll

Newstrack Exit Poll: गोवा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बारे में एग्जिट पोल त्रिशंकु सदन (trishanku vidhan sabha) की संभावना जता रहे हैं जिसके चलते राज्य में विधायकों की घेराबंदी का काम बहुत तेजी से शुरू कर दिया गया है। चूँकि कांग्रेस के विधायकों ने 2017 के चुनाव के बाद ऐतिहासिक गुल खिलाये थे सो पार्टी अपने कुनबे को बचने के लिए जंजीरों और तालों का इंतजाम करने में लग गयी है।

वैसे तो कांग्रेस के प्रत्याशियों ने मंदिर, मस्जिद और चर्च में जा कर पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ खाई थीं लेकिन लगता है कि भगवान् के सामने किये गए वादों पर पार्टी के बड़े नेताओं को भरोसा नहीं है इसीलिए गोवा कांग्रेस ने अपने सभी उम्मीदवारों को रिजॉर्ट में भेज दिया है।

एक साथ रहने का फैसला

वोटों की गिनती ख़तम होने और नतीजे आने के बाद ही इन प्रत्याशियों को 'आजाद' करने पर सोचा जाएगा। कांग्रेस नेता और गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि पार्टी ने सभी प्रत्याशियों को एक साथ रहने का फैसला किया है।

इस बीच कांग्रेस ने अपने शीर्ष वार्ताकारों, पी चिदंबरम और डीके शिवकुमार को भी छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ बातचीत शुरू करने का काम सौंपा है। पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से भी संपर्क किया है।

यानी जोड़ जुगत अभी से शुरू हो चुकी है। गुंडू राव ने कहा कि हम गोवा में भाजपा के खिलाफ लड़ने वाले सभी दलों के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। हम तृणमूल कांग्रेस और आप या गोवा में भाजपा के खिलाफ किसी भी व्यक्ति के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं। आप ने पहले से ही गैर-भाजपा गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ सहयोग करने में रुचि दिखाई है।

आप के मुख्यमंत्री उम्मीदवार अमित पालेकर ने कहा है कि कांग्रेस के कुछ लोगों ने हमसे संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी गैर-भाजपा गठबंधन के लिए तैयार है। हम किसी भी परिस्थिति में भाजपा का समर्थन नहीं करेंगे। कांग्रेस के लिए यह आप और तृणमूल के प्रति अपने रुख में बड़ा बदलाव है।

महीना भर पहले चिदंबरम ने तृणमूल और आप को दलबदल करने वालों की पार्टी के रूप में वर्णित किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि दोनों पार्टियों के पास जीतने की क्षमता नहीं है, लेकिन वे भाजपा विरोधी वोटों को बांटेंगे।

तृणमूल ने पहले सत्तारूढ़ भाजपा से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और अन्य दलों के गठबंधन का प्रस्ताव रखा था। लेकिन चिदंबरम ने ममता की पार्टी को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि गोवा में गठजोड़ के उसके प्रस्ताव पर विचार नहीं किया गया था क्योंकि इसने कांग्रेस नेताओं को अपने पक्ष में तोड़ा है।

त्रिशंकु विधानसभा का संकेत

एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि कोई भी पार्टी अपने दम पर बहुमत के निशान तक नहीं पहुंच सकती है सो ऐसे में छोटे खिलाड़ी किंगमेकर के रूप में अपनी शक्ति का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।

बताया जाता है कि भाजपा और तृणमूल की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) एक-दूसरे से करीबी बना रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा भी है कि केंद्रीय भाजपा नेतृत्व पहले से ही एमजीपी के साथ बातचीत कर रहा है ताकि अगर उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए कुछ संख्या में कम हो जाती है, तो उसका समर्थन मांगा जा सके।

हालांकि, एमजीपी ने पहले संकेत दिया था कि वह मुख्यमंत्री के रूप में प्रमोद सावंत का समर्थन नहीं करेगी। लेकिन अब एमजीपी ने भाजपा के साथ गठबंधन से भी इंकार नहीं किया है। चुनाव के बाद गठबंधन पर फैसला करने के लिए कल एमजीपी-तृणमूल की बैठक होनी है। एमजीपी ने कहा है कि वह अंतिम संख्या के आधार पर तृणमूल कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करने के बाद फैसला करेगी।

इस बीच प्रमोद सावंत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने और उन्हें गोवा में पार्टी की संभावनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में हैं। सावंत बाद में भाजपा के गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक के लिए मुंबई जाएंगे।

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