Haryana Election Results : उचाना कलां में सबसे कांटे का मुकाबला, भाजपा से 32 वोटों से हारे बृजेंद्र सिंह, दुष्यंत छठे नंबर पर

Haryana Election Results : हरियाणा में इस बार कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला है। वैसे सबसे अधिक नजदीकी मुकाबला राज्य के उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2024-10-08 17:14 IST

Haryana Election Results : नई दिल्ली: हरियाणा में इस बार कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला है। वैसे सबसे अधिक नजदीकी मुकाबला राज्य के उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला है। इसे हरियाणा की सबसे हॉट सीट माना जा रहा था। इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे और पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को 32 वोटों से हराया है। बृजेंद्र सिंह भाजपा से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।

पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने जीत हासिल की थी। चौटाला इस बार भी चुनाव मैदान में उतरे थे मगर वे छठे नंबर पर पिछड़ गए। पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर जीत हासिल करने वाले दुष्यंत चौटाला के लिए मौजूदा विधानसभा चुनाव बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि उनकी पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका है।

माना जा रहा था त्रिकोणीय मुकाबला

उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा था। इस विधानसभा क्षेत्र पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं। सियासी जानकारों का मानना था कि इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह,भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री और जेजेपी के दुष्यंत चौटाला के बीच मुख्य मुकाबला होगा।

उम्मीद के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस के बीच इस विधानसभा क्षेत्र में काफी कांटे का मुकाबला देखने को मिला है। हालांकि हैरान करने वाली बात यह है कि दुष्यंत चौटाला छठे नंबर पर पिछड़ गए हैं। भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरा स्थान निर्दलीय प्रत्याशी को मिला है।

32 वोटों से भाजपा को मिली जीत

इस विधानसभा क्षेत्र में कितना कांटे का मुकाबला हुआ है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि हार जीत का फैसला सिर्फ 32 वोटों से हुआ है। मतगणना के दौरान कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त बनाई मगर आखिरकार बाजी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में रही।

भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री को इस चुनाव में 42,835 वोट प्राप्त हुए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को 42,803 वोट मिले। इस तरह प्रतिष्ठा की इस जंग में भाजपा ने बाजी मार ली है।

अपनी सीट भी नहीं बचा सके दुष्यंत

इस सीट के चुनाव को दुष्यंत चौटाला के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि उन्हें खुद करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। 2019 के विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला ने इस सीट पर करीब साढ़े 47 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की पत्नी और भाजपा उम्मीदवार प्रेमलता को हराकर यह जीत हासिल की थी। इस बार बीरेंद्र सिंह के बेटे और पूर्व भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।

अपनी मां की हार का बदला लेने के लिए बृजेंद्र सिंह ने पूरी ताकत लगाई थी। उनके अलावा भाजपा के देवेंद्र अत्री, आम आदमी पार्टी के पवन फौजी और इनेलो-बसपा गठबंधन के विनोद पाल सिंह भी चुनौती देने की कोशिश में जुटे हुए थे। हालांकि मुख्य मुकाबला दुष्यंत चौटाला, बृजेंद्र सिंह और देवेंद्र अत्री के बीच माना जा रहा था।

इस विधानसभा क्षेत्र में जाट मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। दुष्यंत चौटाला और बृजेंद्र सिंह दोनों का ताल्लुक जाट बिरादरी से ही है मगर दोनों को हार का सामना करना पड़ा।

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