बोर्ड एग्जाम में स्टूडेंट्स के लिए आधार कार्ड जरूरी कर देश का पहला राज्य बना बिहार
बिहार में हुए टॉपर घोटाले से सबक लेते हुए और बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने के लिए शनिवार को बिहार बोर्ड ने अहम फैसला लिया है। बोर्ड ने इंटर के स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म भरने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड के निर्णय के अनुसार अगर किसी स्टूडेंट का आधार कार्ड नहीं होगा तो उसे एग्जामिनेशन फॉर्म भरने से वंचित किया जा सकता है। इसके साथ बिहार ऐसा नियम लाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
पटना: बिहार में हुए टॉपर घोटाले से सबक लेते हुए और बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने के लिए शनिवार को बिहार बोर्ड ने अहम फैसला लिया है। बोर्ड ने इंटर के स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म भरने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड के निर्णय के अनुसार अगर किसी स्टूडेंट का आधार कार्ड नहीं होगा तो उसे एग्जामिनेशन फॉर्म भरने से वंचित किया जा सकता है। इसके साथ बिहार ऐसा नियम लाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स डिजिटल लॉकर से जोड़े जाएंगे
-बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के प्रेसिडेंट आनंद किशोर ने बताया की पारदर्शिता लाने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए स्टूडेंट्स के बोर्ड एग्जाम आवेदन को आधार से जोड़ा जाएगा।
-इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स डिजिटल लॉकर से जोड़े जाएंगे।
-नवंबर में होने वाली 10 वीं के बोर्ड एग्जाम की कंपार्टमेंट परीक्षा से यह व्यवस्था लागू होगी।
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स्टूडेंट्स को मोबाइल नं. और ईमेल आईडी में जानकारी दी जाएगी
-आनंद किशोर ने बताया कि स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म में ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर भी देना होगा।
-स्टूडेंट्स द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर उन्हें एग्जाम संबंधी जानकारी मुहैया कराई जाएगी।
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यह है मुख्य उद्देश्य
-आनंद किशोर ने बताया कि आधार नंबर जोड़ने के पीछे मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स को सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन में होने वाली परेशानियों से बचाना है।
-इस तकनीक से स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड, प्रोविजनल मार्कशीट, माइग्रेशन, सर्टिफिकेट आदि सभी सर्टिफिकेट डिजिटल लॉक में सुरक्षित होंगे।