आलोक वर्मा बोले- CBI को तबाह करने की कोशिशें, मैंने पवित्रता बचाने का प्रयास किया

पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने गुरुवार को आलोक वर्मा को सीबीआई के निदेशक पद से ही हटा दिया। इसके बाद उन्होंने कहा, मैंने इस संस्था की साख और पवित्रता को बचाने का भरपूर प्रयास किया क्योंकि इसे नष्ट करने की कोशिशें हो रही हैं। 

Update: 2019-01-11 03:45 GMT

नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने गुरुवार को आलोक वर्मा को सीबीआई के निदेशक पद से ही हटा दिया। इसके बाद उन्होंने कहा, मैंने इस संस्था की साख और पवित्रता को बचाने का भरपूर प्रयास किया क्योंकि इसे नष्ट करने की कोशिशें हो रही हैं। मैं दुखी हूं कि मेरे ऊपर लगे मामूली आरोपों को आधार बनाकर मुझे सीबीआई से हटा दिया गया, वह भी एक ऐसे व्यक्ति की शिकायत पर जो मुझसे खार खाए बैठा था।

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आलोक वर्मा ने कहा कि, "सीबीआई देश की प्रमुख जांच एजेंसी है जो उच्च पदस्थ लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों के देखती रही है, ऐसे में इस एजेंसी की स्वायत्ता और स्वतंत्रता को बचाया जाना जरूरी है। एजेंसी को बिनी किसी बाहरी प्रभाव या दबाव के काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि, "यह दुख की बात है कि मुझसे बैर रखने वाले एक शख्स द्वारा लगाए गए झूठे, बिना सबूत के और ओछे आरोपों के आधार पर मेरा तबादला कर दिय गया। यह फैसला भी उस समिति ने लिया जिसके जिम्मे सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर मेरे अगले कदमों के बारे में फैसला लेने की जिम्मेदारी थी।"

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