गुस्साएं मजदूरों का हंगामा: जमकर की तोड़फोड़, काबू करने में जुटी पुलिस
रोजगार की मारा-मारी के चलते कई मजदूर फैक्ट्रियों में ही रुके हैं। ऐसे में जम्मू के कठुआ क्षेत्र में शुक्रवार को कपड़ा मिल में काम करने वाले मजदूरों ने जमकर हंगामा किया।
नई दिल्ली। महाविनाशकारी वैश्विक महामारी के कारण देश में लॉकडाउन है जिसका सबसे ज्यादा असर मजदूर पर पड़ रहा है। हजारों की तादात में मजदूर फंसे हुए हैं। रोजगार की मारा-मारी के चलते कई मजदूर फैक्ट्रियों में ही रुके हैं। ऐसे में जम्मू के कठुआ क्षेत्र में शुक्रवार को कपड़ा मिल में काम करने वाले मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। इन मजदूरों ने मिल मालिकों पर आरोप लगाया कि उन्हें पूरा वेतन नहीं मिला है।
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कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया
जम्मू में शुक्रवार को सैकड़ों मजदूर कठुआ की सड़कों पर उतरे और कपड़ा मिल के पास के इलाके में तोड़फोड़ मचा दी। इस दौरान मजदूरों ने वहां मौजूद कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया।
स्थानीय लोगों को समझाने पहुंचे आईपीएस शैलेंद्र मिश्रा ने भोजपुरी भाषा में लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिलवाया कि वो मिल मालिक से बात कर उनकी बाकी सैलरी दिलवाएंगे।
इसके बाद भी जब हालात बेकाबू होने लगे तो कठुआ जिले के एसएसपी मौके पर पहुंचे और लोगों को फिर समझाया गया। कड़ी मेहनत के बाद मजदूरों ने पुलिस की बात सुनी।
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पुलिस ने मजदूरों को भरोसा दिलवाया गया कि प्रशासन चेनाब कपड़ा मिल से उनके वेतन को लेकर बात करेगा। हालांकि अभी मजदूर लोग अपने शिविर में जाएं।
मजदूर हुए मजबूर
इस महामारी के दौर में एक जगह भीड़ एकत्रित होने से कोरोना वायरस का संकट भी बढ़ जाता है, ऐसे में प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही थी कि कैसे इन मजदूरों को समझाकर वापस भेजा जाए।
आपको बता दें कि इस तरह की तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से बीते दिनों में देखने को मिली हैं. हाल ही में सूरत में भी एक कंपनी की साइट पर बीते दिनों मजदूरों ने हंगामा किया था। तब लॉकडाउन में जबरन काम करवाने का आरोप लगाया था।
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