मिसाल: हंगामेदार सत्र खत्म होने पर इस सांसद ने कहा- नहीं हुआ काम, लौटाऊंगा वेतन
नई दिल्ली: नोटबंदी के मुद्दे पर संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया। सांसदों के हंगामे के नजारे तो आए दिन देखने को मिलते रहे लेकिन बीजू जनता दल (बीजद) के लोकसभा सांसद बैजयंत पांडा ने एक अलग ही मिशाल पेश की। बैजयंत पांडा ने कहा, 'संसद नहीं चलने से समय का खासा नुकसान हुआ है। इसलिए वे अपना वेतन नहीं लेंगे।'
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4-5 साल से लौटाते रहे हैं वेतन
बीजद सांसद बैजयंत पांडा ने ट्वीट करते हुए कहा, कि संसद न चलने से जो समय का नुकसान हुआ है उसके मद्देनजर मैं हमेशा की तरह अपने वेतन को लौटाने की पेशकश करता हूं। उन्होंने कहा, 'प्रतीकात्मक संकेत के रूप में मेरी अंतरात्मा मुझे परेशान करती है कि हम वो नहीं कर रहे हैं जो हम करने वाले थे। गौरतलब है कि बीते 4-5 साल से जब भी लोकसभा में समय की बर्बादी होती है बैजयंत पांडा सत्र के अंत अपना वेतन भत्ता लौटा देते हैं।'
मात्र 19 घंटे ही चला शीतकालीन सत्र
उल्लेखनीय है कि शीतकालीन सत्र के समाप्त होने के दौरान लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा था कि संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामे की वजह से 91 घंटे 59 मिनट बर्बाद हुए हैं। लोकसभा में मात्र 19 घंटे ही काम हो सका। वहीं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार की मानें तो इसी सत्र में राज्यसभा में 21 फीसदी ही कामकाज हुआ। लोकसभा में 17 फीसदी ही काम हुआ।