नई दिल्ली : चौथी बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह चुने गए सुरेश भैया जी जोशी ने त्रिपुरा में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद लेनिन की मूर्ति तोडे जाने की निंदा की और साथ ही केरल में राजनीतिक हत्या का भी मुद्दा उठाया। उन्हें लगातार चौथी बार ये जिम्मेदारी मिली है और वे 2021 तक संघ के सरकार्यवाह का पद संभालेंगे।
भैया जी जोशी ने त्रिपुरा में बीजेपी सरकार आने के बाद वहां लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने की घटना की निंदा में कहा कि ये पूरी तरह से गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि लेनिन की प्रतिमा को तोड़ा गया, इसकी संघ निंदा करता है। साथ ही केरल में संघ कार्यकर्ताओं समेत राजनीतिक हत्याओं का भी मुद्दा उठाया।
भैया जी जोशी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनना तय है और उस जगह कुछ और नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि कोर्ट में जमीन के मालिकाना हक पर निर्णय आने के बाद मंदिर बनाने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि मंदिर को लेकर अगर सहमति बने तो अच्छी बात है, लेकिन सालों के बाद ये लगता है ऐसा हो नहीं पा रहा है। आम सहमति बनती है वे संघ इसका स्वागत करेगा । संघ की वजह बीजेपी को सत्ता मिलने पर उन्होंने कहा कि कोई किसी की वजह से नहीं आता। साल 2014 में परिस्थिति ही वैसी थी।
नागपुर में शनिवार को अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भैयाजी जोशी को सरकार्यवाह निर्वाचित करने का निर्णय लिया गया। वे पिछले नौ साल से RSS के सरकार्यवाह के पद पर हैं। इस बार उनकी जगह ये जिम्मेदारी सह सरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबोले को दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।