Agneepath Scheme: बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने लिया युवाओं का पक्ष, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिख पूछे सवाल
Agneepath Scheme: भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में वरुण ने रक्षा मंत्री से अग्निपथ योजना के तहत युवाओं का पक्ष लिया है और युवाओं के सभी संकाओं को दूर करने का अनुरोध किया है।
Varun Gandhi: भाजपा सांसद वरुण गांधी कभी भी अपनी पार्टी के नेताओं या नीतियों की आलोचना करने और सलाह देने में कभी भी नहीं कतराते हैं। उन्होनें एक बार फिर ऐसा ही किया है, दरअसल केंद्र सरकार द्वारा सेना में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद से इसको लेकर बिहार, यूपी और राजस्थान समेत अन्य जगहों पर विरोध शुरू हो गया है।
ऐसे में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अनुरोध करते हुए लिखा कि अग्निपथ योजना के तहत युवाओं के मन में जारी द्वंद और सवालों का निराकरण करने के लिए सरकार इससे जुड़े सभी पक्षों को साफ तौर पर सामने रखे।
वरुण गांधी ने चिट्ठी की कॉपी को ट्वीट करते हुए तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ट्वीट में टैग करते हुए लिखा कि-"आदरणीय राजनाथ सिंह जी। 'अग्निपथ' योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं। युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करें, जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके।"
वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री से पूछे यह सवाल
सांसद वरुज गांधी ने साफ तौर पर अपनी चिट्ठी के माध्यम से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती को लेकर युवाओं के सवालों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक पहुंचाया है। बतौर राहुल गांधी युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनतक यह सवाल पहुंचाएं हैं, जिसमें पहला सवाल यह है कि 4 साल की अवधि के बाद रिटायर अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा क्योंकि आमतौर पर सेना की नौकरी के बाद कोई भी व्यक्ति अन्य सेक्टर में जॉब नहीं करना चाहता है।
इसके अलावा एक सवाल यह भी है कि निम्न और मध्यम आय वाले परिवारों से आने वाले युवाओं को कम वेतन और महज 4 साल के लिए नौकरी के चलते आर्थिक समस्या का सामना करना ऑड सकता है और सबसे अन्तिम तौर पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि प्रतिवर्ष 75 फ़ीसदी सैनिक रिटायर होंगे में देश में कुछ सालों बाद बेरोजगारी की हालत क्या होगी।