मोदी सरकार का बड़ा फैसला, मीरवाइज समेत 5 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटाई
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इस आतंकी हमले के बाद देश की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने पांच बड़े अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इस आतंकी हमले के बाद देश की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने पांच बड़े अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है।
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इन अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा छीनी
सबसे बड़ी बात यह है इन अलगाववादी नेताओं में मीर उमर फारूक भी शामिल है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इन पांच नेताओं और दूसरे अलगाववादियों को किसी भी तरह से सुरक्षा कवर नहीं दिया जाएगा। सरकार ने अलगाववादी नेता मीरवाइज फारूक, अब्दुल गनी बट्ट, बिलाल लोन, हाशमी कुरैशी, शब्बीर शाह की सरकारी सुरक्षा वापस ले ली है। इसके अलावा इन्हें मिल रही सारी सरकारी सुविधाएं छीन ली गई हैं।
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आपको बता दें कि हमले के बाद कश्मीर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा था कि पाकिस्तान और पाक खुफिया एजेंसी (आईएसआई) से पैसा लेने वाले और उससे संपर्क रखने वालों को दी जा रही सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
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सरकारी सुविधाएं वापस
केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद आज शाम तक अलगाववादियों दी गई सारी सुरक्षा, सभी सरकारी सुविधाएं वापस ले ली जाएंगी। अब किसी भी अलगाववादी नेता को सरकारी खर्चे पर किसी तरह की सुरक्षा नहीं दी जाएगी। इसके अलावा अगर ये नेता किसी भी तरह की राज्य या केन्द्र सरकार की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं तो ये भी वापस ले ली जाएगी।