कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका, सिंधिया के बाद 22 विधायकों ने दिया इस्तीफा

मध्य प्रदेश की सियासत मे भूचाल आ गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के दिन कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।

Update:2020-03-10 12:43 IST

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की सियासत मे भूचाल आ गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के दिन कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। सिंधिया ने खुद ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी है।

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सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 20 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इन 22 विधायकों ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल को अपने इस्तीफे भेज दिए हैं। इन इस्तीफों के साथ ही कमलनाथ सरकार का गिरना तय है।

सिंधिया ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद शाह के साथ ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। पीएम के आवास पर यह बैठक हुई। करीब एक घंटे तक पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बातचीत हुई। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर आए।

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इससे पहले सिंधिया अपने आवास से अकेले खुद कार चलाकर अमित शाह के घर पहुंचे थे, जहां से अमित शाह के काफिले में लोक कल्याण मार्ग पर पीएम आवास पहुंचे। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।

सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में कहा कि वह 18 वर्षों से कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहे हैं, लेकिन अब राह अलग करने का वक्त आ गया है। दिलचस्प बात यह है कि यह पत्र कल यानी 9 मार्च का ही है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफ सौंपा है। जवाब में कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को पार्टी से बेदखल कर दिया है।

उन्होंने सोनिया को सबकुछ जानते हुए कुछ नहीं करने आरोप लगाया। उन्होंने लिखा है कि मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है। आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।

सिंधिया के इस फैसले को कांग्रेस ने गद्दारी बताया है और कहा है कि अब मध्य प्रदेश में हमारी सरकार नहीं बचेगी। मिली जानकारी के मुताबिक सिंधिया मंगलवार को ही यानी होली के दिन ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इतना ही नहीं, जिस सम्मान के लिए सिंधिया कांग्रेस में लड़ रहे थे, वो सम्मान उन्हें बीजेपी में दिया जाएगा।

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बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है।

अब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरना तय है। मीडियो रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा अध्यक्ष को आज ही अपने इस्तीफे भेज सकते हैं। इन विधायकों की संख्या 20 हो सकती है।

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जेपी नड्डा ने बुलाई संसदीय बोर्ड की बैठक

सिंधिया के इस कदम के बाद अब बीजेपी ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के साथ बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक भी बुलाई गई है। इस बैठक में मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनाने को हरी झंडी दी जाएगी।

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